बिहार बोर्ड कक्षा 10 वी भूगोल - अध्याय 5: बिहार : कृषि एवं वन संसाधन के Handwritten नोट्स
बिहार: कृषि एवं वन संसाधन" अध्याय राज्य की अर्थव्यवस्था में कृषि और वन संसाधनों की भूमिका को समझाता है। बिहार की जलवायु, उर्वर मिट्टी, और नदी तंत्र कृषि के लिए अनुकूल हैं। साथ ही, वन संसाधन पर्यावरण संतुलन और जैव विविधता बनाए रखने में सहायक हैं।
प्रमुख विषय:
बिहार की कृषि मुख्यतः मानसून पर आधारित है और यहाँ धान, गेहूँ, मक्का, और दलहन जैसी फसलें उगाई जाती हैं। नकदी फसलों में गन्ना, जूट, और आलू का उत्पादन महत्वपूर्ण है। कृषि का स्वरूप पारंपरिक से आधुनिक की ओर बदल रहा है, जिसमें उन्नत बीज, सिंचाई प्रणाली, और कृषि यंत्रों का उपयोग बढ़ा है।
वन संसाधनों में यहाँ साल, सागौन, बांस, और कटहल के पेड़ प्रमुख हैं। वनों का उपयोग लकड़ी, औषधि, और ईंधन के रूप में होता है। हालाँकि, वनों की अंधाधुंध कटाई से पर्यावरणीय समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं। सरकार द्वारा वन संरक्षण और पुनर्वनीकरण योजनाएँ लागू की जा रही हैं।
परीक्षा के लिए महत्त्वपूर्ण बिंदु:
बिहार की कृषि की विशेषताएँ, प्रमुख फसलें और उनका उत्पादन, वन संसाधनों का महत्व और संरक्षण के प्रयास।
निष्कर्ष:
कृषि और वन संसाधन बिहार की अर्थव्यवस्था और पर्यावरण का आधार हैं। सतत विकास और संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग से राज्य के आर्थिक और पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखा जा सकता है।