बिहार बोर्ड कक्षा 10 वी भूगोल - अध्याय 5 (A) : बिहार : खनिज एवं ऊर्जा संसाधन के Handwritten नोट्स
"बिहार: खनिज एवं ऊर्जा संसाधन" अध्याय राज्य में उपलब्ध खनिज और ऊर्जा संसाधनों के महत्व और उनके उपयोग पर केंद्रित है। बिहार खनिज संपदा से समृद्ध है, और इसके ऊर्जा संसाधन राज्य के औद्योगिक और कृषि विकास में सहायक हैं। यह अध्याय इन संसाधनों के सतत उपयोग और संरक्षण की आवश्यकता को भी रेखांकित करता है।
प्रमुख विषय:
बिहार में प्रमुख खनिज संसाधन कोयला, अभ्रक, और चूना पत्थर हैं। कोयला मुख्यतः भागलपुर और जमुई जिलों में पाया जाता है, जबकि अभ्रक का उत्पादन गया और नवादा में होता है। चूना पत्थर का उपयोग सीमेंट उद्योग और भवन निर्माण में किया जाता है। इसके अलावा, बालू और पत्थर खदानें भी राज्य के विकास में महत्वपूर्ण हैं।
ऊर्जा संसाधनों में बिहार में जल विद्युत और बायोमास ऊर्जा के बड़े स्रोत उपलब्ध हैं। कोसी और गंडक नदियों पर जल विद्युत परियोजनाएँ स्थापित हैं। इसके अलावा, सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा जैसे नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों पर भी कार्य किया जा रहा है।
परीक्षा के लिए महत्त्वपूर्ण बिंदु:
बिहार में खनिज संसाधनों का वितरण, उनके उपयोग, प्रमुख ऊर्जा स्रोत, और संसाधनों के सतत विकास के प्रयास।
निष्कर्ष:
खनिज और ऊर्जा संसाधन बिहार के आर्थिक और औद्योगिक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इनके विवेकपूर्ण उपयोग और संरक्षण से राज्य की प्रगति को और अधिक गति दी जा सकती है।