बिहार बोर्ड कक्षा 10 वी इतिहास- अध्याय 1: यूरोप में राष्ट्रवाद के Handwritten नोट्स
राष्ट्रीयता का उदय यूरोप में (Nationalism in Europe)
"राष्ट्रीयता का उदय यूरोप में" बिहार बोर्ड कक्षा 10 इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय है। यह अध्याय यूरोप में राष्ट्रीयता की भावना के विकास और आधुनिक राष्ट्र-राज्यों के उदय का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करता है। इसमें यह बताया गया है कि किस प्रकार 19वीं सदी में राजनीतिक और सामाजिक बदलावों ने यूरोप को एकीकृत और संगठित किया।
प्रमुख विषय
फ्रांसीसी क्रांति और राष्ट्रीयता की भावना:
1789 की फ्रांसीसी क्रांति ने "समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व" के विचार को जन्म दिया। यह विचार पूरे यूरोप में राष्ट्रीयता के प्रसार का आधार बना।यूरोप में क्रांति और राष्ट्र निर्माण:
1830 और 1848 की क्रांतियों ने जनता के बीच राष्ट्रीयता की भावना को और प्रबल किया। इसने राजनीतिक एकता के महत्व को भी रेखांकित किया।जर्मनी और इटली का एकीकरण:
- जर्मनी का एकीकरण: प्रशिया के नेतृत्व में ओटो वॉन बिस्मार्क ने 1871 में जर्मनी को एकीकृत किया।
- इटली का एकीकरण: ग्यूसेपे मैज़िनी, कावूर और गैरीबाल्डी जैसे नेताओं के प्रयासों से 1861 में इटली का एकीकरण हुआ।
बाल्कन क्षेत्र और विश्व युद्ध:
बाल्कन क्षेत्र में राष्ट्रीयता की भावना ने विभिन्न देशों के बीच संघर्ष को जन्म दिया, जिसने प्रथम विश्व युद्ध को जन्म देने में भूमिका निभाई।
परीक्षा के लिए महत्त्वपूर्ण बिंदु
- फ्रांसीसी क्रांति के प्रभाव।
- जर्मनी और इटली के एकीकरण की प्रक्रिया।
- बाल्कन संकट का विश्लेषण।
- 19वीं सदी की यूरोपीय क्रांतियां।
निष्कर्ष
यह अध्याय बताता है कि किस प्रकार यूरोप में राष्ट्रीयता की भावना ने आधुनिक राष्ट्र-राज्यों के निर्माण को प्रेरित किया। इसने सामाजिक और राजनीतिक बदलाव लाए, जो आज के यूरोपीय समाज की नींव बने।