बिहार बोर्ड कक्षा 10 वी इतिहास- अध्याय 8: प्रेस, संस्कृति और राष्ट्रवाद के Handwritten नोट्स
प्रेस, संस्कृति और राष्ट्रवाद" बिहार बोर्ड कक्षा 10 के इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय है। यह अध्याय छपाई कला के आविष्कार, उसके प्रसार, और भारतीय समाज, संस्कृति तथा राष्ट्रीय आंदोलन पर इसके प्रभाव का विश्लेषण करता है। इसमें बताया गया है कि कैसे प्रेस और साहित्य ने राष्ट्रवाद की भावना को जागृत किया।
प्रमुख विषय:
छपाई कला का आविष्कार और प्रसार:
- यूरोप में छपाई कला का आरंभ।
- भारत में छपाई कला का आगमन और विकास।
प्रेस और सामाजिक सुधार आंदोलन:
- सामाजिक सुधारकों ने प्रेस का उपयोग शिक्षा और सुधार के लिए किया।
- जाति प्रथा, सती प्रथा और महिला अधिकारों पर चर्चा।
प्रेस और राष्ट्रीय आंदोलन:
- अखबारों और पत्रिकाओं के माध्यम से राष्ट्रवादी विचारों का प्रसार।
- बंगाल गजट, अमृत बाजार पत्रिका, और केसरी जैसे अखबारों की भूमिका।
सेंसरशिप और प्रेस पर नियंत्रण:
- ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रेस पर लगाए गए प्रतिबंध।
- प्रेस अधिनियम और इसकी आलोचना।
परीक्षा के लिए महत्त्वपूर्ण बिंदु:
- भारत में प्रेस के विकास की प्रक्रिया।
- सामाजिक सुधार आंदोलनों में प्रेस की भूमिका।
- राष्ट्रीय आंदोलन में प्रेस का योगदान।
- ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रेस पर सेंसरशिप।
निष्कर्ष:
यह अध्याय दिखाता है कि कैसे प्रेस और साहित्य ने भारतीय समाज को जागरूक करने और राष्ट्रीय आंदोलन को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रेस ने भारत में आधुनिक विचारधारा और राष्ट्रवाद के विकास को प्रेरित किया।