बिहार बोर्ड कक्षा 10th विज्ञान अध्याय 1 रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण दीर्घ प्रश्न
Launch Your Course Log in Sign up
Menu
Classes
Competitive Exam
Class Notes
Graduate Courses
Job Preparation
IIT-JEE/NEET
vidyakul X
Menu

बिहार बोर्ड कक्षा 10 -विज्ञान के लिए दीर्घ प्रश्न अध्याय 1: रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण

कक्षा 10 वीं विज्ञान के अध्याय -1 रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण के दीर्घ प्रश्न यहाँ उत्तर के साथ हिन्दी में दिये गए हैं । यह सभी दीर्घ प्रश्न एनसीईआरटी  द्वारा दियें हुए कक्षा 10 वीं  के पाठ्यक्रम के आधार पर तैयार कियें गए है । इससे छात्रों को कक्षा 10 वीं के विज्ञान के अध्याय-1 रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण को सरलता से समझने में बहुत आसानी होगी ।बिहार बोर्ड कक्षा 10वीं विज्ञान के अध्याय-1 रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण के ये दीर्घ प्रश्न-उत्तर विद्याकुल के विशेषज्ञ शिक्षको के द्वारा तैयार किए गए है ।


1. रासायनिक समीकरण क्या है? निम्नांकित समीकरण से कौन सी सूचनाएँ प्राप्त होती है? 

2SO2 + O2 --------> 2SO3

उत्तर:


किसी रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले पदार्थों के संकेतों एवं सूत्रों की सहायता से उस अभिक्रिया का संक्षिप्त निरूपण या प्रदर्शन रासायनिक समीकरण कहलाता है| रासायनिक अभिक्रिया के अभिकर्मकों एवं उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए पदार्थों के संकेतों एवं सूत्रों को व्यवस्थित करना पड़ता है|

2SO2 + O2 --------> 2SO3

इस रासायनिक समीकरण में सल्फर डाइऑक्साइड के दो अणु आक्सीजन के एक अणु से अभिक्रिया करके सल्फर ट्राइआक्साइड के दो अणु का निर्माण करता है| इसमें अभिकर्मक को तीर चिन्ह के बायीं ओर तथा दायीं ओर दर्शाया गया है|


2. रासायनिक समीकरण से प्राप्त होने वाली तीन सूचनाओं को लिखें|

उत्तर:

आण्विक सूचना - रासायनिक समीकरण से इस बात की सूचना मिलती है कि अभिक्रिया में भाग लेने वाले पदार्थों के कितने कितने अणु आपस में संयोग कर उत्पाद के कितने कितने अणु का निर्माण करते हैं|
गुणात्मक सूचना - रासयनिक समीकरण के द्वारा अभिकारकों एवं उत्पादों के नाम का पता चलता है|
आयतनिक सूचना - इससे अभिक्रिया में भाग लेने वाले अभिकारकों एवं उत्पादों के आयतन का पता चलता है|


3. निम्नलिखित रासायनिक समीकरणों को संतुलित करें —

(a) Ca(OH)2 + HNO3 --------> Ca(NO3)2 + H2O
(b) 2Al + CuCl2 --------> AlCl3 + Cu

उत्तर:

(a) Ca(OH)2 + 2HNO3 -----> Ca(NO3)2 + 2H2O
(b) Al + 3CuCl2 ------> 2AlCl3 + 3Cu


4. विस्थापन एवं उभय विस्थापन अभिक्रियाओं में अंतर बताएं|

उत्तर:

विस्थापन अभिक्रिया — वह अभिक्रिया जिसमें किसी अणु में उपस्थित किसी परमाणु या परमाणुओं के समूह को किसी दूसरे परमाणु द्वारा विस्थापित कर दिया जाता है, एकल विस्थापन अभिक्रिया कहलाता है|

Cu + 2AgNO3 ------> Cu(NO3)2 + 2Ag

एक परखनली में सिल्वर नाइट्रेट का विलयन लें| इसमें साफ कापर का तार डालते समय के पश्चात कापर के तार पर चमकीले सिल्वर की परत जमा हो जाती है| इस अभिक्रिया में कापर नाइट्रेट बनने के कारण विलयन का रंग हल्का नीला हो जाता है|

उभय विस्थापन अभिक्रिया — वैसी अभिक्रिया जिसमें दो यौगिक अपने आयनों को विनिमय या आदान प्रदान करके दो नये यौगिक का निर्माण करते हैं, उभय विस्थापन अभिक्रिया कहलाता है| ऐसी अभिक्रियाएँ आयनिक यौगिक के साथ होती है|

FeS + H2SO------> FeO4 + H2S

जब फेरस सल्फाइड को सल्फ्यूरिक अम्ल से अभिक्रिया करायी जाती है तब हाइड्रोजन सल्फाइड गैस निकलती है और फेरस सल्फेट बनता है|


5. हाइड्रोजन एवं आक्सीजन के लाभ/हानि के संदर्भ में आक्सीकरण एवं अवकरण अभिक्रियाओं को समझाएँ|

उत्तर:

उपचयन अभिक्रिया — वे अभिक्रियाएँ जिनमें किसी तत्व या यौगिक से आक्सीजन का संयोग होता है, उपचयन अभिक्रिया कहलाती है|

उदाहरण –  1. कार्बन को वायु या आक्सीजन में जलाने पर कार्बन डाइऑक्साइड बनता है|

C + O2 -----> CO2

इसमें कार्बन का आक्सीजन से संयोग होता है, अर्थात कार्बन उपचयित होता है| अत: यह उपचयन अभिक्रिया है|

2. सांद्र हाइड्रोक्लोरिक अम्ल को मैंगनीज डाइऑक्साइड के साथ गर्म करने पर क्लोरीन गैस निकलती है|

4HCl + MnO2 ----> MnCl2 + 2H2O + Cl2

इसमें HCl से H का निष्कासन होता है, अर्थात HCl उपचयित होता है| अतः यह भी उपचयन अभिक्रिया है|

अपचयन अभिक्रिया — वे अभिक्रिया जिनमें किसी तत्व या यौगिक का हाइड्रोजन से संयोग होता है या किसी यौगिक से आक्सीजन का विस्थापन होता है, अपचयन अभिक्रिया कहलाती है|

उदाहरण— 1. हाइड्रोजन एवं क्लोरीन के बीच संयोग होने पर हाइड्रोजन क्लोराइड बनता है|

H2 + Cl2 -----> 2HCl

इसमें क्लोरीन का हाइड्रोजन से संयोग होता है अर्थात क्लोरीन अपचयित होता है| अतः यह अपचयन अभिक्रिया है|

2. तप्त क्युप्रिक आक्साइड के ऊपर हाइड्रोजन गैस प्रवाहित करने पर कापर धातु मुक्त होती है|

CuO + H2 -----> Cu + H2O

इसमें CuO से आक्सीजन का विस्थापन होता है, अर्थात CuO अपचयित होता है| अतः यह अपचयन अभिक्रिया है|


6. निम्नलिखित किस प्रकार की अभिक्रियाएँ है? 

1. शरीर में भोजन का पचना
2. Fe + CuSO4 ------> Cu + FeSO4
3. Ca(OH)2 + 2HCl -----> CaCl2 + 2H2O
4. CuO + H2 ------> Cu + H2O

उत्तर:

1. मंद आक्सीजन अभिक्रिया
2. एकल विस्थापन अभिक्रिया
3. संयोजन अभिक्रिया
4. आक्सीजन अवकरण अभिक्रियाएँ


7. क्या होता है जब -

1. जिंक धातु कापर सल्फेट के विलयन में डाली जाती है? 
2. सिल्वर धातु कापर सल्फेट के विलयन में डाली जाती है? 
3. पोटैशियम आयोडाइड का विलयन लेड ऐसीटेट के विलयन में डाला जाता है? 

उत्तर:

1. जब जिंक धातु को कापर सल्फेट विलयन में डाला जाता है| तो जिंक सल्फेट तथा कापर बनता है|
Zn + CuSO4 ------> ZnSO4 + Cu

2. सिल्वर धातु को जब कापर सल्फेट के विलयन में डाला जाता है तो सिल्वर सल्फेट तथा कापर बनता है|
Ag + CuSO4 ------> AgSO4 + Cu

3. जब पोटैशियम आयोडाइड का विलयन लेड एसीटेट के विलयन में डाला जाता है तो पोटैशियम एसीटेट तथा लेड आयोडाइड बनता है|
2KI + (CH3COOH)2Pb ------> 2CH3COOH + Pb


8. उदाहरण सहित ऊष्माक्षेपी एवं ऊष्माशोषी अभिक्रियाओं की व्याख्या करें|

उत्तर:

ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया – वैसी रासायनिक अभिक्रियाएँ जिसमें अभिक्रिया के दौरान ऊष्मा उत्पन्न होती है, ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहलाती है| ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया के लिए समीकरण के दायीं ओर + ऊष्मा लिख दिया जाता है|
CaO + H2O ------> Ca(OH)2 + ऊष्मा

कैल्सियम आक्साइड (कली चूना) के ऊपर जल गिराया जाता है तो कली चूना जल के साथ अभिक्रिया करके कैल्सियम हाइड्राक्साइड (भखरा चूना) का निर्माण करता है| इसमें ऊष्मा उत्पन्न होती है जिससे अभिक्रिया मिश्रण का ताप बहुत बढ़ जाता है|

ऊष्माशोषी अभिक्रिया — जिस रासायनिक अभिक्रिया में अभिक्रिया के पश्चात अभिक्रिया मिश्रण का ताप घट जाता है अर्थात अभिक्रिया के दौरान ऊष्मा का अवशोषण होता है उसे ऊष्माशोषी अभिक्रिया कहते हैं| ऊष्माशोषी अभिक्रिया के लिए समीकरण के बायीं ओर + ऊष्मा लिखा जाता है|
N2 + O2 + ऊष्मा ------> 2NO

नाइट्रोजन और आक्सीजन का अभिक्रिया कराया जाता है तो नाइट्रोजन आक्साइड का निर्माण होता है| इसमें अभिक्रिया मिश्रण का ताप घट जाता है|


9. उपयुक्त उदाहरण देकर किन्हीं चार रासायनिक अभिक्रियाओं का उल्लेख करें|

उत्तर:

1. संयोजन या संश्लेषण अभिक्रिया – वैसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमें दो या दो से अधिक पदार्थ परस्पर संयोग करके एक नये पदार्थ का निर्माण करते हैं| नये पदार्थ का गुण मूल पदार्थ के गुण से बिल्कुल भिन्न होता है|
2Mg + O2 ----------------> 2MgO

मैग्नीशियम को वायु या आक्सीजन की उपस्थिति में जलाने पर मैग्नीशियम आक्साइड का सफेद चूर्ण प्राप्त होता है|

2. वियोजन का अपघटन अभिक्रिया — वह रासायनिक अभिक्रिया जिसमें किसी यौगिक के बड़े अणु टूटकर दो या दो से अधिक सरल यौगिक बनाते हैं जिनके गुण मूल यौगिक के गुण से बिल्कुल भिन्न होते हैं वियोजन अभिक्रिया कहलाती है|
2KClO2 ------> 2KCl + 3O2

पोटैशियम क्लोरेट को गर्म करने पर वह अपघटित या वियोजन होकर पोटैशियम क्लोराइड बनाता है तथा आक्सीजन गैस निकलती है|

3. वैद्युत अपघटन अभिक्रिया — कुछ धातुओं के द्रवित आक्साइड एवं क्लोराइड से होकर विद्युतधारा प्रवाहित करने पर वे अपघटित हो जाते हैं| इस अभिक्रिया में धातु कैथोड पर और आक्सीजन या क्लोरीन गैस ऐनोड पर मुक्त होती है|
2NaCl ----- Electrolysis ----> 2Na +   Cl2

द्रवित सोडियम क्लोराइड से होकर विद्युत धारा प्रवाहित करने पर सोडियम क्लोराइड अपघटित होकर सोडियम धातु कैथोड पर और क्लोरीन गैस एनोड पर मुक्त होती है|

4. उदासीनीकरण अभिक्रिया — वह अभिक्रिया जिसमें कोई अम्ल किसी भस्म के साथ अभिक्रिया करके लवण और जल बनाता है, उदासीनीकरण अभिक्रिया कहलाती है| इन अभिक्रियाओं में अम्ल और भस्म एक दूसरे के गुणों को नष्ट कर देते हैं|
उदाहरण — HCl + NaOH --------> NaCl + H2O


10. संतुलित एवं असंतुलित समीकरणों में अंतर स्पष्ट करें|

उत्तर:

संतुलित समीकरण– संतुलित रासायनिक समीकरण वह है जिसमें समीकरण के दोनों ओर प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की संख्या समान होती है|
H2 + Cl2 ------> 2HCl

इस समीकरण में हाइड्रोजन और क्लोरीन के परमाणुओं की संख्या दोनों ओर दो दो है अर्थात हाइड्रोजन और क्लोरीन के परमाणुओं की संख्या दोनों ओर समान है| अत: यह संतुलित समीकरण है|

असंतुलित समीकरण — असंतुलित रासायनिक समीकरण वह है जिसमें समीकरण के दोनों ओर तत्वों के परमाणुओं की संख्याएँ समान नहीं होती है| असंतुलित समीकरण कहलाती है|
H2+O2------->H2O

उपर्युक्त समीकरण में हाइड्रोजन और आक्सीजन के परमाणुओं की संख्या बायीं ओर दो दो है किन्तु दायीं ओर क्रमशः दो और एक है अर्थात दोनों ओर परमाणुओं की संख्याएँ समान नहीं है| अतः यह असंतुलित समीकरण है|


11. रासायनिक समीकरण की क्या सीमाएँ है? 

उत्तर:

  1. रासायनिक समीकरण से अभिकारकों और प्रतिफलों की भौतिक अवस्था की जानकारी नहीं हो पाती है|
  2. रासायनिक समीकरण से पता नहीं चलता है कि अभिक्रिया किन दशाओं में संभव है|
  3. रासायनिक समीकरण अभिक्रिया के वेग के संदर्भ में कोई जानकारी नहीं देता है|
  4. अभिक्रिया के फलस्वरूप उत्सर्जित या अवशोषित ऊष्मा की जानकारी रासायनिक समीकरण से नहीं हो पाती है अर्थात समीकरण यह जानकारी नहीं देता है कि अभिक्रिया ऊष्माक्षेपी है या ऊष्माशोषी|
  5. रासायनिक समीकरण से इस बात की जानकारी नहीं मिलती है कि अभिक्रियाएँ विस्फोट के साथ हुई या सामान्य रूप से|

12. (a) ज्वाला क्या है? 

(b) क्या बिना ज्वाला उतपन्न किए भी पदार्थ जल सकता है? 

उत्तर:

(a) ज्वाला वह क्षेत्र है जिसमें कोई गैसीय पदार्थ जलता है| सभी दहनशील गैसें जलने पर ज्वाला उत्पन्न करती है| किन्तु वे ही ठोस और द्रव ईंधन जलने पर ज्वाला उत्पन्न कर सकते हैं जो गर्म किये जाने पर वाष्प बनाते हैं| जैसे किरोसिन एक द्रव है जो गर्म करने पर वाष्प देता है| इसी तरह मोमबत्ती एक ठोस ईंधन है जो गर्म करने पर वाष्प बनाता है|

(b) बिना ज्वाला उत्पन्न किये हुए भी पदार्थ जल सकता है| किन्तु इसमें इंधन का पूर्ण दहन संभव नहीं है| इसमें उत्पन्न ज्वाला का रंग पीला होता है| इस कारण ईंधन के अपूर्ण दहन से उसके वाष्प में बिना जले हुए कार्बन के कण मिश्रित हो जाते हैं| जो तप्त होकर चमकने लगते हैं|


13. (a) एक परखनली में रखे लेड नाइट्रेट के विलयन में पोटैशियम आयोडाइड का विलयन मिलाने पर आप क्या प्रक्षेपण करेंगे? 

उत्तर: लेड नाइट्रेट के विलयन में पोटैशियम आयोडाइड का विलयन मिलाने पर Pbl2का पीला अवक्षेप प्राप्त होता है|

(b) यह अभिक्रिया किस प्रकार की है? 

उत्तर: यह उभय विस्थापन अभिक्रिया है|

(c) उपर्युक्त अभिक्रिया को प्रदर्शित करने के लिए एक संतुलित रासायनिक समीकरण लिखें|

उत्तर: Pb(NO3)2 + 2KI -------> Pbl2 + 2KNO3 (पीला अवक्षेप)


14. निम्नलिखित अभिक्रियाओं में आक्सीकारक की पहचान करें-

1. Pb3O+ 8HCl ----> 3PbCl+ Cl2+ 4H2O
उत्तर: HCI

2. 3Fe + 4H2O -----> Fe3O4 + 4H2
उत्तर: Fe

3. 2Mg + O-----> 2MgO
उत्तर: Mg


15. निम्न अभिक्रियाओं में कौन संयोजन और कौन विस्थापन अभिक्रिया है? अपने उत्तर के लिए कारण दें|

(a) KBr (aq) + Cl2 (g) -----> 2KCl (aq) + Br2 (g) 
(b) Fe (s) + S (s) -----> FeS (s) 

उत्तर:

(a) रासायनिक अभिक्रिया विस्थापन अभिक्रिया है| पोटैशियम ब्रामाइड के विलयन में क्लोरीन गैस प्रवाहित किया जाता है, तो पोटैशियम विस्थापित होकर पोटैशियम क्लोराइड बनाता है और ब्रोमीन बनते हैं|

(b) यह अभिक्रिया संयोजन अभिक्रिया है| जिसमें आयरन और सल्फर परस्पर संयोग करके नये पदार्थ फेरस सल्फाइड का निर्माण करते हैं|


16. उदाहरण सहित किसी अवक्षेपण अभिक्रिया का वर्णन करें|

उत्तर: वैसी रासायनिक अभिक्रियाएँ जिसमें कोई प्रतिफल ठोस के रूप में विलयन से पृथक हो जाता है| ऐसी अभिक्रियाएँ अवक्षेपण अभिक्रिया कहलाते हैं| पृथक होने वाले ठोस पदार्थ अवक्षेप कहलाते हैं|
NaCl + AgNO3 ------> AgNO3 + NaNO3

सोडियम क्लोराइड के विलयन और सिल्वर नाइट्रेट के विलयन के बीच होने वाली अभिक्रिया में सिल्वर क्लोराइड अवक्षेप के रूप में प्राप्त होता है|


17. निम्नलिखित अभिक्रियाओं के लिए संतुलित समीकरण लिखें|

(a) पोटैशियम क्लोराइड को गर्म करने पर पोटैशियम क्लोराइड और आक्सीजन बनते हैं|
(b) सोडियम हाइड्रॉक्साइड और सल्फ्यूरिक अम्ल परस्पर अभिक्रिया करके सोडियम सल्फेट और जल बनाते हैं|
(c) कैल्सियम हाइड्राक्साइड और कार्बन डाइऑक्साइड के बीच अभिक्रिया होने पर कैल्सियम कार्बोनेट और जल बनते हैं|

उत्तर:

(a) KClO-----> 2KCl + 3O2
(b) 2NaOH + H2SO4 ------> Na2SO4 + 2H2O
(c) Ca(OH)2 + CO2 -------> CaCO3 + H2O


18. ऊष्माक्षेपी और ऊष्माशोषी से आप क्या समझते हैं? 

उत्तर:

ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया — जिस रासायनिक अभिक्रिया में ऊष्मा उत्पन्न होती है उसे ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहते हैं| इसमें अभिक्रिया मिश्रण का ताप बहुत बढ़ जाता है|

ऊष्माशोषी अभिक्रिया — जिस रासायनिक अभिक्रिया में ऊष्मा का अवशोषण होता है| उसे ऊष्माशोषी अभिक्रिया कहते हैं| इस अभिक्रिया में अभिक्रिया मिश्रण का ताप घट जाता है|


19. निम्नलिखित पदों की व्याख्या करें|

उत्तर:

आक्सीकरण – वैसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमें किसी तत्व या यौगिक से आक्सीजन का संयोग या किसी यौगिक से हाइड्रोजन का निष्कासन होता है, आक्सीकरण कहलाता है|
C + O2 -------> CO2

अवकरण — अवकरण अभिक्रियाएँ आक्सीजन के ठीक उल्टा होती है| अवकरण वैसी रासायनिक अभिक्रिया है जिसमें किसी तत्व या यौगिक के साथ हाइड्रोजन का संयोग या किसी यौगिक से आक्सीजन का निष्कासन होता है|
2H+ O-------> 2H2O

खाद्य पदार्थ का दूषित होना — खाद्य पदार्थ को लंबे समय तक खुली वायु में छोड़ दिया जाता है, तो उसमें उपस्थित वसा और तेल वायु के आक्सीजन द्वारा आक्सीकृत हो जाते हैं जिससे उनका गंध और स्वाद अप्रिय हो जाता है| इसे दूषित कहा जाता है|


20. कापर सल्फेट के विलयन में लोहे का टुकड़ा डाल देने पर विलयन का रंग क्यों बदल जाता है? 

उत्तर: लोहा कापर की अपेक्षा अधिक क्रियाशील होता है| इस कारण कापर सल्फेट के विलयन में लोहा डालने पर लोहा कापर सल्फेट से कापर को विस्थापित कर देता है| विलयन का नीला रंग समाप्त हो जाता है और फेरस सल्फेट बनने के कारण विलयन का रंग हल्का हरा हो जाता| इसके अतिरिक्त लोहे की सतह पर हल्के लाल भूरे रंग के कापर की परत जमा हो जाती है|


हम आशा करते है कि ऊपर दिए गए विज्ञान विषय के दीर्घ प्रश्न-उत्तर से आपको अध्याय-1 रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण के पाठ को समझने में आसानी हुई होगी ।इस दीर्घ प्रश्न-उत्तर की सहायता से आप इस अध्याय का क्विक रिवीजन भी काफी अच्छे से कर सकेगें जोकि आपके परीक्षा के समय में काफी महत्वपूर्ण साबित होगा । अगले अध्याय के महत्वपूर्ण दीर्घ प्रश्न-उत्तर के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।