बिहार बोर्ड कक्षा 10 वी विज्ञान - अध्याय 8: जीव जनन कैसे करते है की NCERT Book
जीवों के लिए प्रजनन (Reproduction) एक महत्वपूर्ण जैविक प्रक्रिया है, जिसके द्वारा वे अपने जाति का संरक्षण करते हैं। प्रजनन के माध्यम से नई पीढ़ी उत्पन्न होती है, जो जीवों की अस्तित्व की प्रक्रिया को बनाए रखती है। इस अध्याय में हम जानेंगे कि जीवजनन के दो मुख्य प्रकार होते हैं—लैंगिक जनन (Sexual Reproduction) और अलैंगिक जनन (Asexual Reproduction)—और इनकी प्रक्रियाओं के बारे में विस्तार से जानेंगे।
मुख्य बिंदु:
1. लैंगिक जनन (Sexual Reproduction)
- लैंगिक जनन में दो अलग-अलग लिंगों (एक पुरुष और एक महिला) के युग्मज (गैमेट्स) का मिलन होता है।
- इस प्रक्रिया में दो प्रमुख घटक होते हैं:
- अंडाणु (Egg Cell): महिला का युग्मज जो अंडाशय (Ovary) से उत्पन्न होता है।
- स्पर्म (Sperm Cell): पुरुष का युग्मज जो अंडकोष (Testis) से उत्पन्न होता है।
- लैंगिक जनन की प्रक्रिया के चरण:
- अंडाणु और शुक्राणु का मिलन (Fertilization): जब पुरुष के शुक्राणु और महिला के अंडाणु का मिलन होता है, तो इसे युग्मन (Fertilization) कहा जाता है। यह आमतौर पर अंडाशय के पास होता है।
- युग्मज का विकास: युग्मन के बाद, अंडाणु में विभाजन शुरू होता है और वह एक भ्रूण (Embryo) में बदलता है।
- गर्भावस्था (Pregnancy): भ्रूण महिला के गर्भ में विकसित होता है।
- प्रसव (Birth): कुछ समय बाद भ्रूण पूरी तरह से विकसित होकर जन्म लेता है।
2. अलैंगिक जनन (Asexual Reproduction)
- अलैंगिक जनन में एकल माता-पिता से संतान उत्पन्न होती है, और इसमें किसी युग्मज (गैमेट) की आवश्यकता नहीं होती।
- यह प्रक्रिया जल्दी होती है और इसमें आनुवंशिक विविधता कम होती है।
- अलैंगिक जनन के प्रकार:
- विभाजन (Binary Fission): इसमें एकल जीव दो समान जीवों में विभाजित हो जाता है। यह प्रक्रिया बाइनरी फिशन (जैसे अमीबा) में होती है।
- मल्टीप्लिकेशन (Fragmentation): इस प्रक्रिया में शरीर के किसी हिस्से का विभाजन होता है और वह नया जीव बना लेता है (जैसे स्पॉन्ज)।
- क्लोनिंग (Cloning): इसमें एक जीव का जनन बिना किसी लिंग संबंधी प्रक्रिया के, जीन की समानता के आधार पर किया जाता है।
- स्पोर्स (Spores): कुछ पौधे और जीवाणु अपने शरीर से स्पोर्स उत्पन्न करते हैं जो नए जीवों में बदल सकते हैं (जैसे फर्न और मोल्ड)।
3. लैंगिक और अलैंगिक जनन में अंतर
लैंगिक जनन | अलैंगिक जनन |
---|---|
इसमें दो माता-पिता होते हैं। | इसमें एक ही माता-पिता से संतान उत्पन्न होती है। |
यह अधिक समय लेता है और आनुवंशिक विविधता होती है। | यह जल्दी होता है और आनुवंशिक समानता होती है। |
यह युग्मज (गैमेट्स) की आवश्यकता होती है। | इसमें युग्मज की आवश्यकता नहीं होती। |
4. पौधों में प्रजनन (Reproduction in Plants)
- पौधों में भी प्रजनन के दो प्रकार होते हैं:
- लैंगिक प्रजनन: इसमें फूलों का निषेचन (Fertilization) होता है, जिसमें नर (पुंष) और मादा (स्त्री) प्रजनन अंगों के युग्मज का मिलन होता है।
- अलैंगिक प्रजनन: पौधों में यह प्रक्रिया शाखाओं, जड़ों, और पत्तियों से होती है (जैसे, ट्यूबर, राइजोम आदि)।
निष्कर्ष:
जीवों के प्रजनन के दो प्रमुख तरीके होते हैं—लैंगिक और अलैंगिक जनन। लैंगिक जनन में आनुवंशिक विविधता होती है, जबकि अलैंगिक जनन तेजी से होता है और इसमें आनुवंशिक समानता होती है। प्रत्येक जीव की प्रजनन प्रक्रिया उसके जीवन चक्र और अस्तित्व को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है।
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