बिहार बोर्ड कक्षा 11 जीव विज्ञान अध्याय 1 जीव जगत लघु उत्तरीय प्रश्न
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. जीवों को वर्गीकृत क्यों किया जाता है?
उत्तर: पृथ्वी पर बड़ी संख्या में पौधे, जानवर और रोगाणु हैं और वे आकार, आकार, रंग, अनुकूलन और कई अन्य पात्रों में भिन्न हो सकते हैं। उनमें से प्रत्येक का स्वतंत्र रूप से अध्ययन करना अलग है, इसलिए वैज्ञानिकों ने कुछ नियमों और सिद्धांतों के आधार पर जीवों को वर्गीकृत करने के लिए तंत्र विकसित किया है। नियमों के आधार पर जीवों को विभिन्न समूहों में वर्गीकृत किया जाता है।
उदाहरण के लिए, तीन जोड़ी पैरों और दो जोड़ी पंखों की उपस्थिति के आधार पर, जीव की पहचान एक कीट के रूप में की जा सकती है। वर्गीकरण विभिन्न जीवों के बीच संबंध स्थापित करने और प्रकट करने में मदद करता है।
2. वर्गीकरण प्रणाली समय–समयपर क्यों बदल रही है?
उत्तर: पृथ्वी पर लाखों पौधे, जानवर और सूक्ष्मजीव हैं। कई प्रजातियों की पहचान की जा चुकी है जबकि उनमें से कुछ अभी भी खोजी जा रही हैं। नई प्रजातियां लगातार नई विशेषताओं के साथ विकसित हो रही हैं, नए वर्गीकरण को समय-समय पर तैयार करना पड़ता है। पहले, वर्गीकरण आकृति विज्ञान पर आधारित था और आकृति विज्ञान के बाद, भ्रूणविज्ञान को ध्यान में रखा गया था, फिर फ़ाइलोजेनेटिक संबंध और कोशिका विज्ञान पर विचार किया गया था। नवीनतम वर्गीकरण पद्धति न्यूक्लिक एसिड संरचना के आधार पर जीवों को वर्गीकृत करने के लिए जैव रासायनिक तकनीकों पर विचार से आ मिलते हैं, 3 उन्हें वर्गीकृ अक्सरत करने के लिए आप कौन से विभिन्न मानदंड चुनेंगे?
पउत्तर: वर्गीकरण के मानदंड पहले, उनके नाम और त्वचा के रंग, ऊंचाई, लिंग जैसे रूपात्मक लक्षणों पर आधारित होंगे। आकृति विज्ञान के अलावा, हम शिक्षा, पेशे, क्षेत्र, शौक पर विचार कर सकते हैं।
प्रश्न 4 व्यक्तियों और आबादी की पहचान से हम क्या सीखते हैं?
उत्तर: व्यक्तियों और आबादी की पहचान से हम उनके मूल स्थान, मातृभाषा, वेशभूषा, भोजन की आदत, धर्म, जाति आदि के बारे में जान सकते हैं। हम जीवों के वैज्ञानिक नाम और विवरण के बारे में सीखते हैं। समानताएं और असमानताएं वैज्ञानिकों को जीवों को विभिन्न समूहों में वर्गीकृत करने में मदद करती हैं।
प्रश्न 5. आम का वैज्ञानिक नाम नीचे दिया गया है। सही लिखे गए नाम को पहचानें।
मैंगिफेरा इंडिका मैंगिफेरा इंडिका
उत्तर: सही विकल्प मैंगिफेरा इंडिका है, जहां मैंगिफेरा जीनस है और इंडिका प्रजाति है। जीनस नाम बड़े अक्षरों से शुरू होता है और प्रजाति का नाम लोअरकेस अक्षर से शुरू होता है। जीनस और प्रजाति दोनों का नाम इटैलिक होना चाहिए।
प्रश्न6. एक टैक्सन को परिभाषित करें। विभिन्न श्रेणीबद्ध स्तरों पर कर के कुछ उदाहरण दीजिए।
उत्तर: वर्गीकरण की इकाई या श्रेणी को टैक्सोन के रूप में जाना जाता है। यह एक स्तर या रैंक है। मूल स्तर प्रजाति है जबकि उच्चतम स्तर राज्य है।
विभिन्न पदानुक्रमित स्तरों पर कर हैं:
ए। राज्य
बी संघ
सी। कक्षा
डी गण
इ। परिवार
एफ जाति
जी जाति
प्रश्न 7. क्या आप वर्गिकी श्रेणियों के सही अनुक्रम की पहचान कर सकते हैं?
a) स्पीशीज़ ऑर्डर फ़ाइलम किंगडम b) जीनस स्पीशीज़ ऑर्डर किंगडम c) स्पीशीज़ जीनस ऑर्डर फ़ाइलम
उत्तर: (ए) और (सी) अनुक्रम को नीचे से सबसे ऊपरी पदानुक्रम तक दर्शाते हैं।
प्रश्न 8. ‘प्रजाति‘ शब्द के लिए वर्तमान में स्वीकृत सभी अर्थों को एकत्र करने का प्रयास करें। अपने शिक्षक के साथ उच्च पौधों और जानवरों के मामले में प्रजातियों के अर्थ पर चर्चा करें, और दूसरी ओर बैक्टीरिया।
उत्तर: प्रजाति वे जीव हैं जिनमें एक ही प्रकार के लक्षण और विशेषताएं होती हैं जिन्हें एक साथ समूहीकृत किया जाता है। मौलिक समानता वाले व्यक्तियों के समूह को प्रजाति कहा जाता है। उदाहरण के लिए, पैंथेरा लियो और पेंथेरा टाइग्रिस, जहां पेंथेरा जीनस है लेकिन लियो और टाइग्रिस प्रजातियां हैं।
प्रश्न 9. निम्नलिखित शब्दों को परिभाषित करें और समझें: (i) संघ (ii) वर्ग (iii) परिवार (iv) क्रम (v) जीनस
उत्तर: फाइलम: यह राज्य के बाद वर्गीकरण की दूसरी सबसे बड़ी इकाई है। इसमें जानवरों के एक या अधिक संबंधित वर्ग हैं। ‘विभाजन’ शब्द का प्रयोग भी किया जा सकता है।
क्लास: यह एक टैक्सोनॉमिक ग्रुप है जिसमें एक या एक से अधिक संबंधित ऑर्डर होते हैं। उदाहरण के लिए
नोटोकॉर्ड की उपस्थिति। स्तनधारी वर्ग में प्राइमेट, मांसाहारी और . जैसे आदेश शामिल है जल्द ही।परिवार: एक ही जाति के जीवों वाले टैक्सन। इसमें एक या अधिक संबंधित हैं पीढ़ी उदाहरण के लिए, परिवारों को वनस्पति के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है औ प्रजनन सुविधाएँ।
आदेश: एक या एक से अधिक संबंधित परिवार वाले टैक्स। आदेश मांसाहारी में कई हैं परिवार।
जीनस: यह समान और संबंधित प्रजातियों का एक समूह है जिसमें कई लक्षण समान होते हैं। इसे प्रजाति के ऊपर और परिवार के नीचे रखा गया है।
प्रश्न 10. जीव की पहचान और वर्गीकरण में कुंजी किस प्रकार सहायक है?
उत्तर: की एक लेड है जो एक प्रकार की टैक्सोनॉमिकल सहायता है जो पौधों और जानवरों की प्रजातियों की पहचान करने में मदद करती है। कुंजी समानता और असमानता पर आधारित हैं। यह आमतौर पर दोहे में होता है। यह अज्ञात जीवों की पहचान भी कर सकता है।
कुंजियाँ दो प्रकार की हो सकती हैं – इंडेंटेड और ब्रैकेटेड। इंडेंट कीज़ दो या दो से अधिक स्टेटमेंट्स के बीच विकल्पों का क्रम प्रदान करती हैं जबकि ब्रैकेटेड की में, विपरीत वर्णों की एक जोड़ी का उपयोग किया जाता है।
प्रश्न 11 जीवों को वर्गीकृत क्यों करते हैं?
उत्तर : जीवों का वर्गीकरण निम्नलिखित कारणों से किया जाता है जीवों की सरलता से पहचान हेतु। अन्य स्थानों के जीवों के अध्ययन हेतु। जीवाश्मों के अध्ययन हेतु।
समूह बनाकर सभी जीवों का अध्ययन किया जा सकता है जबकि सभी जीवों का पृथक अध्ययन असम्भव है। वर्गीकरण से जीवों में समानता व असमानता का पता चलता) है जिससे विभिन्न जीव समूहों के बीच सम्बन्ध का ज्ञान होता है।
विभिन्न टैक्सा के विकास (evolution) को पता चलता है।
प्रश्न 12 वर्गीकरण प्रणाली को बार-बार क्यों बदलते हैं?
उत्तर : नये उपकरणों और प्रौद्योगिकी के विकास के साथ-साथ वैज्ञानिक अध्ययन का भी लगातार विकास होता रहता है। प्राचीन काल में वैज्ञानिक जीवों का वर्गीकरण उनके आवास तथा गुण के आधार पर करते थे। उसके पश्चात् बाह्य आकारिकी (external morphology) वर्गीकरण का मुख्य आधार बन गई। उसके पश्चात् सूक्ष्मदर्शी (microscope) व अन्य उपकरणों की खोज के पश्चात् आन्तरिक संरचना (anatomy) तथा भौणिकी (embryology) का उपयोग वर्गीकरण हेतु होने लगा। वर्तमान में कोशिकीय संरचना (cellular structure), गुणसूत्र (chromosomes), जैव रासायनिक विश्लेषण (biochemical analysis), जीन संरचना ) तथा DNA में समानता का भी उपयोग जीवों के बीच सम्बन्ध स्थापित करने में तथा वर्गीकरण में किया जा रहा है। इसलिए वर्गीकरण प्रणाली समय के साथ-साथ परिवर्तित एवं विकसित की जाती रही है।
प्रश्न13. जिन लोगों से आप प्रायः मिलते रहते हैं, आप उनको किस आधार पर वर्गीकृत करना पसंद करेंगे?
उत्तर : परिवार के सदस्य (Family members)
रिश्तेदार (Relatives)
पारिवारिक मित्र (Family friends)
स्कू ल मित्र (School friends)
सहपाठी (Classmates)
वयस्क, अपने से बड़े, अपने से छोटे, समान उम्र वाले (Adults, seniors, juniors, same age)
लिंग-स्त्री या पुरुष (Sex : Female or male)
ऊँचाई (Height)
खेल मित्र (Playmates)
प्रश्न14 व्यष्टि तथा समष्टि की पहचान से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर : व्यष्टि (Individual) :
प्रत्येक व्यष्टि में कुछ विशिष्ट लक्षण होते हैं जो उसकी समष्टि के अन्य व्यष्टियों में नहीं पाए जाते हैं। समष्टि (Population) प्रत्येक समष्टि जनन में पृथक (reproductively isolated) होती है। एक समष्टि के सदस्य आपस में अन्तरे प्रजनन (interbreed) करके नये जीव को जन्म दे सकते हैं। एक समष्टि के सदस्यों में समानता होती है तथा (UPBoardSolutions.com) ये अन्य समष्टि से असमान दिखाई देते हैं। समष्टि के प्रत्येक सदस्य का कैरियोटाइप (karyotype) समान होता है। एक समष्टि के सदस्यों में आन्तरिक संरचना में समानता पायी जाती है।
प्रश्न15. आम का वैज्ञानिक नाम निम्नलिखित है। इनमें से कौन- सा सही है ? मैंजीफेरा इंडिका, मैजीफेरा इंडिका
उत्तर : मैंजीफेरा इंडिका (Mangifera indica).
प्रश्न 16. टैक्सोन की परिभाषा दीजिए। विभिन्न पदानुक्रम स्तर पर टैक्सा के कुछ उदाहरण दीजिए।
उत्तर : टैक्सोन, किसी भी स्तर को वर्गिकी समूह होता है। (Taxon is a taxonomic group of any rank). यह किसी भी स्तर पर जीवों के समूह को निरूपित करता है। उदाहरणार्थ-मक्का (species), रोजेज (genus), घास (family), कोनिफर द्विबीजपत्री (class), बीजीय पौधे (division) शब्द टैक्सोन (taxon) सर्वप्रथम 1956 में ICBN (International Code of Botanical Nomenclature) ने प्रतिपादित किया था तथा मेयर (1964) ने इसकी परिभाषा ‘किसी भी स्तर के वर्गिकी समूह’ के रूप में दी थी।
प्रश्न 17. ‘जाति’ शब्द के सभी मानवीय अर्थों को एकत्र कीजिए। क्या आप अपने शिक्षक से उच्च कोटि के पौधों, प्राणियों तथा बैक्टीरिया की स्पीशीज का अर्थ जानने के लिए चर्चा कर सकते हैं?
उत्तर : जाति (species) एक प्राकृतिक जनसंख्या अथवा समान आकारिकी (morphology), आन्तरिक संरचना (anatomy), कार्यिकी (physiology) तथा कोशिकीय संरचना (cellular structure) वाले जीवों की प्राकृतिक जनसंख्या है।
जाति (species), वर्गीकरण की आधारीय इकाई (basic unit) है जिसमें एक जाति के जीव | समान आनुवंशिक गुण रखते हैं।
जाति (species) ऐसे संरचनात्मक रूप से समान जीवों का समूह है जो आपस में मुक्त लैंगिक जनन (freely sexual reproduction) द्वारा संतान उत्पन्न कर सकते हैं परन्तु अन्य जाति के जीवों से जनन में पृथकता (reproductively isolated) दर्शाते हैं।
उच्च पादप तथा जन्तुओं (higher plants and animals) में लैंगिक जनन होता है। अतः इनकी जाति निर्धारण के लिए जनन पृथकता (reproductive isolation) का उपयोग किया जाता है। अत: परिभाषा (3) सही है। जीवाणुओं (bacteria) में मुक्त प्रजनन (free reproduction) तथा जनन पृथकता (reproductive isolation) नहीं पाया जाता है। इसलिए जीवाणुओं की जाति का निर्धारण आकारिकी (morphology) के आधार पर किया जाता है।
प्रश्न 18 निम्नलिखित शब्दों को समझिए तथा परिभाषित कीजिए
(i) संघ
(ii) वर्ग
(iii) कुल
(iv) गण
(v) वंश
उत्तर :
(i) संघ (Phylum) :
समान गुणों वाले वर्गों (class) को एक संघ (phylum) में रखा जाता है, जैसे मत्स्य, उभयचर, सरीसृप (reptiles), पक्षी तथा स्तनधारी जंतुओं को एक ही संघ कॉडेटा (chordata) में रखा गया है। इन सभी जंतुओं में रीढ़ की हड्डी पाई जाती है। पौधों में समान गुणों वाले वर्गों (class) को एक डिविजन (division) में वर्गीकृत किया जाता है।
(ii) वर्ग (Class) :
समान गुणों वाले गण (order) को एक वर्ग (class) में रखा जाता है। गण प्राइमेटा (order primata) में बंदर, गोरिल्ला, चिंपैंजी आदि को एक ही वर्ग मैमेलिया (mammalia) में शेर, कुत्ता, बिल्ली आदि के साथ रखा गया है, क्योंकि ये सभी स्तनधारी श्रेणी में रखे गए हैं।
(iii) कुल (Family) :
जिस प्रकार समान गुणों वाली जाति को एक वंश में रखते हैं उसी प्रकार समान गुणों वाले सभी वंशों को एक कुल या कुटुंब (family) में रखते हैं। जैसे आलू, टमाटर, बैंगन में कई गुण समान होते हैं इसलिए इन्हें एक ही कुल सोलेनेसी (solanaceae) में रखा गया है। कुटुंब को वर्धिक (vegetative) तथा जननीय लक्षणों (reproductive characters) के आधार पर विशेषीकरण (characterization) किया जाता है। उदाहरण के लिए, शेर, बाघ तथा तेंदुआ को वंश पैथेरा (Panthera) में बिल्ली (Felis) के साथ कुटुंब फेलिडी (Felidae) में रखा गया है। इसी प्रकार कुत्ता और बिल्ली में कुछ समानताएँ तथा कुछ अन्तर होते हैं। इन्हें दो अलग-अलग कुटुंबों क्रमशः कैनिडी (Canidae) तथा फेलिडी (Felidae) में रखा गया है।
(iv) गण (Order) :
समान गुणों वाले कुलों को एक गण (order) में रखा जाता है। उदाहरण के लिए, बिल्ली, कुत्ता तथा शेर को एक ही ऑर्डर कार्निवोरा (carnivora) में रखा गया है। पौधों में कानवॉल्वुलेसी (convolvulaceae) तथा सोलेनेसी (solanaceae) कुटुंब को एक गण | पॉलीमोनिएल्स (polemoniales) में पुष्पीय गुणों के आधार पर रखा गया है।
(v) वंश (Genus) :
वंश, सम्बन्धित स्पीशीज का एक समूह है। (Genus is a group of related species)। वर्गीकरण में वंश का बहुत महत्त्व है। द्विपद-नाम-पद्धति (binomial nomenclature) के अनुसार किसी भी स्पीशीजे को तब तक कोई नाम नहीं दिया जा सकता जब तक कि वह किसी वंश के साथ न हो।
प्राय: एक ही वंश की जाति के गुणों में काफी समानता होती है। सामान्य गुणों के ऐसे समूह को सह-संबंधित गुण (correlated characters) कहा जाता है। ऐसी जाति को एक वंश के अन्तर्गत रखा जाता है। एक वंश के अन्दर कई जाति हो सकती हैं, जैसे आम का वंश है मैंजीफेरा (Mangifera), जिसके अन्तर्गत 35 जातियों को रखा गया है। मैंजीफेरा इंडिका (Mangifera indica) 35 जातियों में से एक है। एक वंश के अन्तर्गत केवल एक जाति भी हो सकती है। जैसे वंश जिंगो (Ginkgo) में केवल एक जाति है-जिंगो बाइलोबा (Ginkgo biloba)। ऐसे वंश, जिनमें केवल एक ही जाति होती है-मोनोटिपिक जीनस (monotypic genus) कहलाते हैं।
प्रश्न 19. जीव के वर्गीकरण तथा पहचान में कुंजी किस प्रकार सहायक है?
उत्तर : कुंजी एक ऐसी विधि है जिसके द्वारा विभिन्न वर्गों में स्थित प्रत्येक प्रकार के जीव की पहचान की जा सकती है। वैज्ञानिक जीवों की पहचान उनके गुणों के आधार पर बनाई गई कुंजी (keys) से करते हैं। कुंजी (key) पौधों तथा जन्तुओं के समान तथा असमान गुणों के आधार पर बनाई जाती है। वर्गिकी कुंजी (taxonomic key) दो विपरीत लक्षणों पर आधारित होती है। इनमें से एक को स्वीकार किया जाता है जबकि दूसरे को अस्वीकृत कर दिया जाता है। कुल, वंश तथा जाति के लिए अलग-अलग कुंजी का उपयोग किया जाता है।
प्रश्न 20. पौधों तथा प्राणियों के उचित उदाहरण देते हुए वर्गिकी पदानुक्रम का चित्रण कीजिए।
उत्तर : वर्गीकरण एकल सोपान प्रक्रम नहीं है, बल्कि इसमें पदानुक्रम सोपान (hierarchy of steps) होते हैं जिसमें प्रत्येक सोपान पद अथवा वर्ग (rank or category) को प्रदर्शित करता है। चूंकि संवर्ग (category) समस्त वर्गिकी व्यवस्था है इसलिए इसे वर्गिकी संवर्ग (taxonomic category) कहते हैं। और तभी सारे संवर्ग मिलकर वर्गिकी पदानुक्रम (taxonomic hierarchy) बनाते हैं। प्रत्येक संवर्ग वर्गीकरण की एक इकाई को प्रदर्शित करता है। वास्तव में, यह एक पद को दिखाता है और इसे प्रायः वर्गक (टैक्सोन) कहते हैं। वर्गिकी संवर्ग तथा पदानुक्रम का वर्णन एक उदाहरण द्वारा कर सकते। हैं। कीट (insects) जीवों के एक वर्ग को दिखाता है जिसमें एक समान गुण जैसे तीन जोड़ी संधिपाद (टाँगे) होती हैं। इसका अर्थ है कि कीट संघ स्वीकारणीय सुस्पष्ट जीव है जिसका वर्गीकरण किया जा सकता है, इसलिए इसे एक पद (rank) अथवा संवर्ग का दर्जा दिया वर्ग (क्लास) गया है। स्मरण रहे कि वर्ग (group) संवर्ग (category) को दिखाता है। प्रत्येक पदे (rank) अथवा वर्गक (taxon) वास्तव में, वर्गीकरण की एक इकाई को बताता है। ये वर्गिकी वर्ग/संवर्ग सुस्पष्ट जैविक है ना कि केवल आकारिकीय समूहन। सभी ज्ञात जीवों के वर्गिकीय अध्ययन से सामान्य संवर्ग जैसे जगत । (kingdom), संघ (phylum) अथवी भाग (पौधों के लिए), वर्ग (class), गण (order), कुल (family), वंश (genus) तथा जाति (species) का विकास हुआ। पौधों तथा प्राणियों दोनों में जाति । सबसे निचले संवर्ग में आती है।
मनुष्य तथा आम का वर्गिकी पदानुक्रम में वर्गीकरण निम्न प्रकार है
पदानुक्रम मनुष्य
जगत (Kingdom) एनीमेलिया (Animalia)
संघ/डिविजन (Phylum/Division) कॉडेंटा (Chordata)
वर्ग (Class) मैमेलिया (Mammalia)
गण (Order) प्राइमेटा (Primata)
कुल (Family) होमोनीडी (Homonidae)
वंश (Genus) होमो (Homo)
जाति (Species) होमो सेपियन्स(Homo sapiens)
पदानुक्रम आम
जगत (Kingdom) प्लाण्टी (Plantae)
संघ/डिविजन (Phylum/Division) एन्जियोस्पर्मी (Angiospermae)
वर्ग (Class) डाइकोटिलीडनी (Dicotyledonae)
गण (Order) सेपिंडेल्स (Sapindales)
कुल (Family) एनाकाडेंसी (Anacardiaceae)
वंश (Genus) मैंजीफेरा (Mangifera)
जाति (Species) मैंजीफेरा इंडिका (Mangifera indica)
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प्रश्न 21 श्वसन किसे कहते है :
जीवधारियों में श्वसन हर समय होता रहता है। इस क्रिया में जीव वायुमण्डल से ऑक्सीजन (O,) लेते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड (CO,) बाहर निकालते हैं। इस क्रिया में कार्बोहाइड्रेट, वसा एवं प्रोटीन का ऑक्सीकरण (Oxidation) होता है और ऊर्जा मुक्त होती है। (UPBoardSolutions.com) इस मुक्त ऊर्जा से ही जीवधारियों की समस्त जैविक-क्रियाएँ संचालित होती हैं। श्वसन क्रिया एक अपचयी क्रिया (catabolic reaction) है।
प्रश्न 22. जनन किसे कहते है :
जनन भी जीवों का अभिलक्षण है। बहुकोशिक जीवों में जनने (लैंगिक जनन-sexual reproduction) का अर्थ अपनी संतति उत्पन्न करना है जिसके अभिलक्षण लगभग उसके अपने माता-पिता से मिलते हैं। जीव अलैंगिक जनन (asexual reproduction) भी करते हैं। फंजाई (कवक) लाखों अलैंगिक बीजाणुओं (asexual spores द्वारा गुणन करती है और सरलता से फैल जाती है। निम्न कोटि के जीवों; जैसे- यीस्ट तथा हाइड्रा में मुकुलन (budding) द्वारा जनन होता है। प्लैनेरिया (चपटा कृमि) में वास्तविक पुनर्जनन (true regeneration) होता है अर्थात् एक खंडित जीव अपने शरीर के लुप्त अंग को पुनः प्राप्त (जीवित) कर लेता है और इस प्रकार एक नया जीव बन जाता है। फंजाई, तंतुमयी शैवाल, मॉस का प्रथम तंतु (protonema of moss) सभी विखण्डन (fragmentation) विधि द्वारा गुणन करते हैं।
प्रश्न 23. अजायबघर या म्यूजियम किसे कहते है? म्यूजियम एवं चिड़ियाघर में अन्तर बताइए।
उत्तर : संग्रहालय (Museum) :
संग्रहालय प्रायः शैक्षिक संस्थानों; जैसे विद्यालय तथा कॉलेजों में स्थापित किए जाते हैं। संग्रहालय में अध्ययन के लिए परिरक्षित पौधों तथा प्राणियों के नमूने होते हैं। पौधे तथा प्राणियों के नमूनों को सुखाकर परिरक्षित करते हैं। कीटों को एकत्र करके मारने के बाद डिब्बों में पिन लगाकर रखते हैं। बड़े प्राणी; जैसे–पक्षी तथा स्तनधारी; को प्रायः परिरक्षित घोल में डालकर जारों में भरकर परिरक्षित करते हैं। संग्रहालय में प्राय: प्राणियों के कंकाल भी रखे जाते हैं।
हाँ तक संभव होता है; चिड़ियाघरों में विभिन्न प्राणी उपलब्ध कराए जाते हैं। चिड़ियाघर में सभी प्राणियों को उनके प्राकृतिक आवासों वाली परिस्थितियों में रखने का प्रयास किया जाता है। इन उद्यानों को प्रायः चिड़ियाघर (zoos) कहते हैं। इसे देखने के लिए बहुत-से लोग तथा बच्चे आते हैं।
प्रश्न 24. वानस्पतिक उद्यानों का क्या महत्त्व है? भारतवर्ष के किन्हीं दो वानस्पतिक उद्यानों के नाम लिखिए। या पादप (वानस्पतिक) उद्यान को समझाइए।
उत्तर : विभिन्न प्रकार के पौधों की जातियाँ लगाकर उसे सुरक्षित करने हेतु सम्पूर्ण क्षेत्रफल को चारों ओर से घेर देते हैं। इन्हें ही वानस्पतिक या पादप उद्यान कहते हैं। वानस्पतिक उद्यानों से निम्नलिखित लाभ हैं जिसके कारण इनका बहुत महत्त्व है।