Bihar Board Class 11th Biology Notes Chapter 2 - PDF Here
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बिहार बोर्ड कक्षा 11 जीव विज्ञान के लिए एनसीईआरटी नोट्स - अध्याय 2: जैविक वर्गीकरण

BSEB > Class 11 > अध्याय-2 Handwritten Notes in Hindi

एनसीईआरटी कक्षा 11 जीव विज्ञान की किताब में 'जैविक वर्गीकरण' एक महत्वपूर्ण और दिलचस्प अध्याय है। यह सलाह दी जाती है कि 11वीं कक्षा के जीव विज्ञान के छात्र इस अध्याय को विस्तार से कवर करें और कक्षा 11 जीव विज्ञान अध्याय 2 के एनसीईआरटी नोट्स इसमें उनकी मदद करेंगे। इस लेख में, विस्तृत नोट्स प्रदान किए गए हैं जो छात्रों को अध्याय में उल्लिखित विभिन्न अवधारणाओं को बेहतर ढंग से समझने और प्रश्नों का सही और कुशलता से उत्तर देने में मदद करेंगे।


दिए गए नोट्स जैविक वर्गीकरण अध्याय के लिए अध्याय के सभी प्रश्नों के उत्तर प्रदान करते हैं। नोट्स इस लेख में पीडीएफ प्रारूप में भी उपलब्ध हैं और आसानी से ऑफ़लाइन उपयोग के लिए छात्रों द्वारा आसानी से डाउनलोड किए जा सकते हैं। यहां दिए गए अध्याय 2 जीव विज्ञान कक्षा 11 एनसीईआरटी के नोट्स प्रश्न-उत्तर के प्रारूप में हैं, जिन्हें समझना और समझना आसान है। नीचे स्क्रॉल करें और एनसीईआरटी कक्षा 11 जीव विज्ञान चैप्टर 2 के नोट्स पीडीएफ में डाउनलोड करें।


Points to Remember


नीचे जैविक वर्गीकरण के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बिंदु दिए गए हैं जिन्हें छात्रों को याद रखना चाहिए:


  • पौधों और जानवरों का जैविक वर्गीकरण सबसे पहले अरस्तू द्वारा सरल रूपात्मक लक्षणों के आधार पर प्रस्तावित किया गया था।

  • पांच जगत वर्गीकरणों में, बैक्टीरिया को मोनेरा जगत में शामिल किया गया है।

  • बैक्टीरिया अपने पोषण के तरीके में स्वपोषी या विषमपोषी हो सकते हैं।

  • किंगडम मोनेरा में वे जीव शामिल हैं जिनमें वास्तविक नाभिक नहीं होते हैं।


विषय और उप-विषय


जैविक वर्गीकरण अध्ययन करने के लिए सबसे मजेदार अध्यायों में से एक है। कक्षा 11 के छात्रों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे कक्षा 11 जीव विज्ञान अध्याय 2 के एनसीईआरटी नोट्स का अच्छी तरह से अभ्यास करें। यह छात्रों को उच्च अंक प्राप्त करने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस अध्याय का अध्ययन करने से, छात्रों को यह सीखने को मिलेगा कि जैविक प्राणियों का वर्गीकरण कैसे किया जाता है।

जैविक वर्गीकरण उन अध्यायों में से एक है जो छात्रों को पर्यावरण के विभिन्न राज्यों जैसे पौधों, जानवरों, वायरस, प्रियन, और बहुत कुछ से परिचित कराते हैं। छात्र विद्याकुल पर सभी सामग्रियों का उल्लेख कर सकते हैं ताकि वे अपनी तैयारी को किकस्टार्ट कर सकें। वीडियो खत्म करने के बाद छात्र प्रश्नों का अभ्यास भी कर सकते हैं और उसके अनुसार परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं।


क्रम सं.

विषय 

2.1

वर्गीकरण की आवश्यकता (जैव विविधता)

2.2

जीवन की तीन विमाएँ 

2.3

टैक्सोनॉमी तथा सिस्टेमैटिक्स

2.4

प्रजातियों की अवधारणा और टैक्सोनॉमिकल पदानुक्रम;

2.5

द्विपद नामकरण

2.6

वर्गीकरण संग्रहालयों के अध्ययन के लिए उपकरण,


बार बार पूछे जाने वाले प्रश्न


प्रश्न 1: द्रव्य क्या है इनकी कितनी अवस्थाएं होती हैं उदाहरण सहित अंतर स्पष्ट कीजिए?

उत्तर: द्रव्य (Matter) वह सब कुछ है जो स्थान घेरता है और जिसमें द्रव्यमान होता है। यह सभी भौतिक वस्तुओं का मूल घटक होता है। द्रव्य का अस्तित्व हमारे चारों ओर हर चीज़ में होता है, जैसे हवा, पानी, खाना, इमारतें, आदि इसके मुख्य तीन अवस्थाएँ होती हैं:

  • ठोस (Solid): निश्चित आकार और आयतन होता है, जैसे बर्फ, पत्थर।
  • द्रव (Liquid): निश्चित आयतन होता है, लेकिन आकार बदल सकता है, जैसे पानी, तेल।
  • गैस (Gas): न तो निश्चित आकार होता है, न आयतन, जैसे हवा, ऑक्सीजन।

प्रश्न 2: द्रव अवस्था से क्या तात्पर्य है?

उत्तर: द्रव अवस्था का मतलब है कि पदार्थ इस तरह से मौजूद हो कि वह बह सके और अपने कंटेनर का आकार ले ले. इसमें निश्चित आयतन होता है, लेकिन निश्चित आकार नहीं होता। द्रव के कण एक-दूसरे से जुड़े होते हैं, लेकिन उनके बीच थोड़ी दूरी होती है, जिससे वे एक-दूसरे के सापेक्ष गति कर सकते हैं और द्रव आसानी से बह सकता है।

प्रश्न 3: द्रव्य की अवस्था का नियम क्या है?

उत्तर: द्रव्य की अविनाशिता का नियम- इस नियम के अनुसार, किसी भी बंद तंत्र में द्रव्यमान हमेशा अपरिवर्तित रहता है, चाहे उस तंत्र में कोई भी रासायनिक या भौतिक प्रक्रिया हो रही हो। इसका मतलब है कि द्रव्य न तो उत्पन्न हो सकता है और न ही नष्ट हो सकता है; केवल उसका रूप बदल सकता है। ​

प्रश्न 4: द्रव्य की चौथी अवस्था कौन सी है?

उत्तर: द्रव्य की चौथी अवस्था प्लाज़्मा है यह एक उच्च तापमान पर उत्पन्न होने वाली अवस्था है, जिसमें गैस के कण (एटम) आयनित हो जाते हैं, यानी इलेक्ट्रॉन उनके से बाहर निकल जाते हैं और कणों के बीच आयन और इलेक्ट्रॉन का मिश्रण बनता है। प्लाज़्मा के बारे में कुछ और बातें:

  • प्लाज़्मा, आंशिक रूप से आयनीकृत गैस होती है|
  • प्लाज़्मा बनाने के लिए गैस को गर्म किया जाता है|
  • प्लाज़्मा का इस्तेमाल प्रतिदीप्त ट्यूब और नियॉन संकेत वाले बल्ब बनाने में किया जाता है|

प्रश्न 5: द्रव अवस्था में कौन सी गैस पाई जाती है?

उत्तर: कुछ गैसें जो द्रव अवस्था में पाई जाती हैं, उनमें शामिल हैं:

  • हीलियम (He) - -269°C पर द्रव।
  • हाइड्रोजन (H₂) - -253°C पर द्रव।
  • नियॉन (Ne) - -246°C पर द्रव।
  • हाइड्रोजन फ्लोराइड (HF) - ठंडा करने पर द्रव।

ये गैसें अत्यधिक कम तापमान और उच्च दबाव पर द्रव रूप में परिवर्तित होती हैं।

प्रश्न 6: अवस्थाएं कितने प्रकार की होती हैं?

उत्तर: द्रव्य तीन अवस्थाओं में पाया जाता है: ठोस, द्रव, गैस

  • ठोस (Solid): निश्चित आकार और आयतन, जैसे बर्फ।
  • द्रव (Liquid): निश्चित आयतन, आकार नहीं, जैसे पानी।
  • गैस (Gas): न आकार, न आयतन, जैसे हवा।

प्रश्न 7: द्रव की क्या विशेषता है?

उत्तर: द्रव की विशेषता है कि इसका आयतन निश्चित होता है, लेकिन इसका आकार नहीं होता; यह अपने कंटेनर का आकार ले लेता है। द्रव में कणों के बीच का आकर्षण मध्यम होता है, जिससे कण फिसल सकते हैं और एक-दूसरे के सापेक्ष गति कर सकते हैं, जिससे यह बह सकने योग्य होते हैं।

 

अभ्यास प्रश्न


प्रश्न 1: नामकरण के तीन कोड क्या हैं?


प्रश्न 2: सेल ऑर्गेनेल के गुण हमेशा सेल ऑर्गेनेल के आणविक घटकों में नहीं पाए जाते हैं। न्यायोचित ठहराना।


प्रश्न 3: नामकरण की द्विपद प्रणाली क्या है? इस प्रणाली का प्रस्ताव किसने दिया? द्विपद नामपद्धति जीवों के नामकरण की सबसे स्वीकार्य विधि क्यों है?