रसायन विज्ञान अध्याय 2: परमाणु की संरचना के Handwritten नोट्स
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बिहार बोर्ड कक्षा 11वी रसायन विज्ञान - अध्याय 2: परमाणु की संरचना के Handwritten नोट्स

BSEB > Class 11 > अध्याय 2 Hand Written Notes in hindi

पाठ की विषयवस्तु:

"परमाणु की संरचना" बिहार बोर्ड कक्षा 11 रसायन विज्ञान पाठमाला का दूसरा पाठ है, जिसमें परमाणु की संरचना और उसके भौतिक विशेषताओं की चर्चा की जाती है। यह पाठ छात्रों को परमाणु के संरचनात्मक विवरण और तत्वों की संरचना के बारे में जानकारी प्रदान करता है, जो उनके विज्ञानिक अध्ययन के आधार का होते हैं।

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पाठ का महत्व:

"परमाणु की संरचना" पाठ बिहार बोर्ड कक्षा 11 रसायन विज्ञान पाठमाला में महत्वपूर्ण है क्योंकि यह छात्रों को परमाणु के भौतिक गुणों की समझ प्रदान करता है। छात्रों को परमाणु की संरचना, परमाणु के तत्वों की संरचना, और परमाणु की भौतिक विशेषताओं के बारे में जानकारी मिलती है, जो उनके विज्ञानिक अध्ययन के आधार का होते हैं।

पाठ के मुख्य विषयवस्तु को समझने के लिए छात्रों से निम्नलिखित प्रश्नों पर चर्चा की जा सकती है:

  1. परमाणु क्या होता है और उसकी संरचना कैसी होती है?
  2. परमाणु के कितने प्रमुख तत्व होते हैं और उनकी संरचना क्या होती है?
  3. परमाणु के कितने प्रमुख क्षेत्र होते हैं और उनके भौतिक विशेषताएँ क्या होती हैं?
  4. परमाणु की संरचना में परमाणु के कितने प्रमुख तत्व होते हैं और उनके प्रत्येक तत्व की संरचना क्या होती है?

संक्षेप:

"परमाणु की संरचना" पाठ बिहार बोर्ड कक्षा 11 रसायन विज्ञान पाठमाला में महत्वपूर्ण पाठों में से एक है। यह पाठ छात्रों को परमाणु की संरचना, तत्वों की संरचना, और भौतिक विशेषताओं के बारे में जानकारी प्रदान करता है। छात्रों को पाठ के महत्वपूर्ण विषयों की समझ में मदद करने के लिए विभिन्न प्रश्न पूछे जा सकते हैं। इस पाठ का अध्ययन करने से छात्र विज्ञानिक दृष्टिकोण से परमाणु की संरचना को समझ सकते हैं और इसका परीक्षा में महत्वपूर्ण स्थान होता है।

महत्वपूर्ण प्रश्न:

प्रश्न 1: परमाणु संरचना कैसे होती है?

उत्तर:परमाणु तीन प्रमुख कणों से बना होता है: प्रोटॉन, न्यूट्रॉन, और इलेक्ट्रॉन।

  • प्रोटॉन और न्यूट्रॉन परमाणु के नाभिक में स्थित होते हैं। प्रोटॉन पर धनात्मक आवेश होता है, जबकि न्यूट्रॉन पर कोई आवेश नहीं होता।
  • इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर स्थित इलेक्ट्रॉन शैल में होते हैं, और ये नकारात्मक आवेशित होते हैं। इलेक्ट्रॉन नाभिक के पास आकर्षण बल की वजह से चक्कर लगाते रहते हैं।
  • प्रोटॉन की संख्या यह निर्धारित करती है कि वह परमाणु किस तत्व का है, जबकि इलेक्ट्रॉनों की संख्या यह दर्शाती है कि परमाणु किस प्रकार की रासायनिक प्रतिक्रियाओं में भाग लेगा।

परमाणु के भीतर प्रोटॉन और इलेक्ट्रॉन के बीच आकर्षण की वजह से परमाणु स्थिर रहता है। इस प्रकार, परमाणु की संरचना प्रोटॉन, न्यूट्रॉन, और इलेक्ट्रॉन की सामंजस्यपूर्ण व्यवस्था से बनी रहती है।

प्रश्न 2: परमाणु संरचना की खोज किसने और कब की थी?

उत्तर: जॉन डाल्टन ने 1808 में परमाणु सिद्धांत प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने बताया कि सभी पदार्थ परमाणुओं से बने होते हैं। उनके सिद्धांत के अनुसार, हर तत्व के परमाणु समान होते हैं, और रासायनिक प्रतिक्रियाओं में ये अविभाज्य रहते हैं। डाल्टन ने अपने वायुमंडलीय गैसों पर किए गए प्रयोगों के आधार पर यह विचार विकसित किया, जो रसायनशास्त्र की नींव साबित हुआ।

प्रश्न 3: परमाणु सिद्धांत के जनक कौन थे?

उत्तर: परमाणु सिद्धांत के जनक जॉन डाल्टन(John Dalton) थे। उन्होंने 1808 में अपने सिद्धांत को प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने यह बताया कि सभी पदार्थ छोटे, अविभाज्य कणों से बने होते हैं जिन्हें परमाणु कहा जाता है। उनके सिद्धांत के अनुसार, एक तत्व के सभी परमाणु समान होते हैं, और रासायनिक प्रतिक्रियाओं में ये परमाणु एक दूसरे से मिलकर यौगिक बनाते हैं, लेकिन वे अपने स्वभाव में बदलाव नहीं लाते। डाल्टन का परमाणु सिद्धांत आधुनिक रसायनशास्त्र की नींव माना जाता है।

प्रश्न 4: परमाणु का क्या आवेश है?

उत्तर: परमाणु का कुल आवेश शून्य होता है क्योंकि इसमें धनात्मक आवेश (प्रोटॉन) और ऋणात्मक आवेश (इलेक्ट्रॉन) की संख्या समान होती है। इस कारण, परमाणु विद्युत रूप से तटस्थ होता है।

निष्कर्ष:

"परमाणु की संरचना" बिहार बोर्ड कक्षा 11 रसायन विज्ञान पाठमाला का महत्वपूर्ण पाठ है जो छात्रों को परमाणु की संरचना, तत्वों की संरचना, और भौतिक विशेषताओं की महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है। इस पाठ के अध्ययन से छात्र विज्ञानिक दृष्टिकोण से परमाणु की संरचना को समझ सकते हैं और इसका परीक्षा में महत्वपूर्ण स्थान होता है।