बिहार बोर्ड कक्षा 11वी - हिंदी गद्य खंड अध्याय 12: गाँव के बच्चो की शिक्षा के Handwritten नोट्स
बिहार बोर्ड कक्षा 11 हिंदी साहित्य के अध्याय "गाँव के बच्चों की शिक्षा" में गाँव के बच्चों की शिक्षा के महत्व का उदाहरण प्रस्तुत किया गया है। इस अध्याय में लेखिका मनोहर श्याम जोशी द्वारा गाँव में शिक्षा की महत्वपूर्णता को उद्धारण के साथ प्रस्तुत किया गया है। परीक्षा के परिप्रेक्ष्य से, यह अध्याय छात्रों को शिक्षा के महत्व को समझने में मदद करेगा।
अध्याय अवलोकन:
- गाँव में शिक्षा की कमी: इस अध्याय में लेखिका ने गाँव में शिक्षा की कमी का वर्णन किया है। उन्होंने बताया कि गाँव में शिक्षा के अवसरों की कमी के कारण बच्चे अक्षरज्ञ नहीं बन पा रहे हैं।
- शिक्षा के महत्व: लेखिका द्वारा शिक्षा के महत्व का वर्णन किया गया है। शिक्षा से बच्चों की सोचने की क्षमता विकसित होती है और वे समाज में उत्तरदायी नागरिक बनते हैं।
- शिक्षा के लिए संघर्ष: लेखिका द्वारा गाँव के बच्चों की शिक्षा के लिए उनके माता-पिता के संघर्ष का वर्णन किया गया है। वे शिक्षा के लिए अपने संघर्ष को पार करने का प्रयास करते हैं।
परीक्षा में महत्व:
- गाँव में शिक्षा की कमी का महत्व: "गाँव के बच्चों की शिक्षा" अध्याय का परीक्षा में बड़ा महत्व होता है, क्योंकि यह छात्रों को गाँव में शिक्षा की कमी के प्रति जागरूक करता है।
- शिक्षा के महत्व: छात्र इस अध्याय से शिक्षा के महत्व को समझ सकते हैं और परीक्षा में उनके महत्व को प्रस्तुत कर सकते हैं।