हिंदी पद्य खंड अध्याय 10: जगरनाथ के Handwritten नोट्स
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बिहार बोर्ड कक्षा 11वी - हिंदी पद्य खंड अध्याय 10: गालिब के Handwritten नोट्स

बिहार बोर्ड कक्षा 11 हिंदी पाठ्यक्रम में आने वाले अध्याय 10 "जगरनाथ" में, माखनलाल चतुर्वेदी द्वारा रचित कविता "जगरनाथ" का प्रस्तुत है। इस कविता में कवि ने एक मंदिर के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त किया है जो अद्वितीय और गहरी होती हैं। इस कविता के माध्यम से छात्रों को संगीत, श्रद्धा, और भावनाओं की महत्वपूर्णता का अनुभव होता है।

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अध्याय का संक्षेप:

  • भक्ति और श्रद्धा की व्यक्ति: "जगरनाथ" अध्याय में कवि ने मंदिर के प्रति अपनी भक्ति और श्रद्धा की व्यक्ति की है। इसके माध्यम से कवि बताते हैं कि कैसे मंदिर की शांति और पवित्रता उनके आत्मा को प्रेरित करती है।
  • गहरी भावनाएं: कवि ने इस कविता में अपनी गहरी भावनाओं को साझा किया है जो मंदिर के स्वरूप के माध्यम से प्रकट होती हैं। यह छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है कि उन्हें भावनाओं के साथ जुड़ने की कला को सीखने की आवश्यकता है।

परीक्षा के परिप्रेक्ष्य से महत्व:

  • भावनाओं का महत्व: "जगरनाथ" अध्याय का परीक्षा में महत्व होता है, क्योंकि यह छात्रों को भावनाओं की महत्वपूर्णता को समझने में मदद करता है।
  • संगीत की महत्वपूर्णता: कविता में संगीत की महत्वपूर्णता को भी दर्शाया गया है को यह समझाने में मदद मिलती है कि कविताओं में संगीत की महत्वपूर्णता क्या है और वह कैसे कविता के भावनाओं को व्यक्त करता है।