हिंदी पद्य खंड अध्याय 4: पद - प्रेमघन के Handwritten नोट्स
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बिहार बोर्ड कक्षा 11वी - हिंदी पद्य खंड अध्याय 4: पद - प्रेमघन के Handwritten नोट्स

बिहार बोर्ड कक्षा 11 हिंदी साहित्य के चौथे अध्याय "पद - जयशंकर प्रसाद" में जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित कविताओं की महत्वपूर्ण विशेषताओं को प्रस्तुत किया गया है। इस अध्याय में छात्रों को जयशंकर प्रसाद के काव्य के सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय पहलुओं का परिचय मिलेगा। परीक्षा के परिप्रेक्ष्य से, यह अध्याय छात्रों को जयशंकर प्रसाद के लेखन की महत्वपूर्ण विशेषताओं को समझने में मदद करेगा।

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अध्याय अवलोकन:

  • राष्ट्रीय भावना का प्रतीक: इस अध्याय में जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित कविताओं में राष्ट्रीय भावना का प्रतीक दिखाया गया है। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के उत्कृष्ट दृष्टिकोण को अपने काव्य में प्रकट किया है।
  • सामाजिक सुधार की पहली: जयशंकर प्रसाद द्वारा लिखित कविताओं में सामाजिक सुधार की पहली के संदेश मिलते हैं। उन्होंने समाज में जाति-जाति के भेद के खिलाफ आवाज उठाई है।
  • विशेष रचनात्मकता: जयशंकर प्रसाद के काव्य में विशेष रचनात्मकता होती है, जो उनके शब्दों में व्यक्त होती है। वे भाषा की अद्वितीयता को अपने काव्य में प्रकट करते हैं।

परीक्षा में महत्व:

  • राष्ट्रीय भावना के प्रति जागरूकता: "पद - जयशंकर प्रसाद" अध्याय का परीक्षा में बड़ा महत्व होता है, क्योंकि यह छात्रों को राष्ट्रीय भावना के प्रति जागरूकता प्रदान करता है।
  • सामाजिक सुधार की पहली का संदेश: छात्र इस अध्याय से सामाजिक सुधार की पहली के संदेश को समझ सकते हैं और परीक्षा में उनके संदेश को प्रस्तुत कर सकते हैं।