बिहार बोर्ड कक्षा 11वी - हिंदी पद्य खंड अध्याय 6: झंकार के Handwritten नोट्स
बिहार बोर्ड कक्षा 11 हिंदी साहित्य के छठे अध्याय "झंकार" में महाकवि मैथिलीशरण गुप्त द्वारा रचित कविता "झंकार" के माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम के जज्बों और आदर्शों का चित्रण किया गया है। इस कविता में गुप्तजी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के आदर्शों और बलिदान की महत्वपूर्णता को प्रकट किया है। परीक्षा के परिप्रेक्ष्य से, यह अध्याय छात्रों को स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण पहलुओं को समझने में मदद करेगा और उनकी राष्ट्रीय भावना को उत्कृष्ट करेगा।
अध्याय अवलोकन:
- स्वतंत्रता संग्राम के जज्बे: "झंकार" अध्याय में मैथिलीशरण गुप्त द्वारा स्वतंत्रता संग्राम के वीर जज्बे और आदर्शों का वर्णन किया गया है। उन्होंने भारतीयों की आत्मगाथा और संघर्ष को महत्वपूर्ण ढंग से दिखाया है।
- प्रेरणा का स्रोत: इस कविता में गुप्तजी ने स्वतंत्रता संग्राम के प्रेरणास्त्रोत के रूप में कवियों, संतों और योद्धाओं का उल्लेख किया है।
परीक्षा में महत्व:
- स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण आदर्श: "झंकार" अध्याय का परीक्षा में बड़ा महत्व होता है, क्योंकि यह छात्रों को स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण आदर्शों को समझने में मदद करता है।
- राष्ट्रीय भावना के प्रति जागरूकता: छात्र इस अध्याय से राष्ट्रीय भावना को उत्कृष्ट कर सकते हैं और परीक्षा में उनके जागरूकता को प्रस्तुत कर सकते हैं।