बिहार बोर्ड कक्षा 12 रसायन विज्ञान के लिए एनसीईआरटी नोट्स - अध्याय 1: ठोस अवस्था
यह सीबीएसई 12वीं बोर्ड के छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अध्याय है। विद्याकुल के एनसीईआरटी नोट्स पाठ में प्रश्नों के स्पष्ट और सटीक उत्तर प्रदान करते हैं, जिससे छात्रों को विषय को समझने में मदद मिलती है।
यह अध्याय परमाणुओं के बीच अंतर-आण्विक बलों और हमारे चारों ओर ठोस पदार्थों की विशेषताओं पर चर्चा करता है और ठोस पदार्थों के सामान्य गुणों की अवधारणाओं और अक्रिस्टलीय और क्रिस्टलीय ठोस के बीच के अंतर को स्पष्ट करने का प्रयास करता है और छात्रों को ठोस की प्रकृति को समझने में मदद करता है। पदार्थ में बाध्यकारी बल है |
याद दिलाने के संकेत
नीचे हमने कक्षा 12 रसायन विज्ञान अध्याय 1 के एनसीईआरटी नोट्स से कुछ महत्वपूर्ण बिंदु प्रदान किए हैं:
ठोस एक प्रकार का पदार्थ होता है लेकिन इसका आकार और आयतन निश्चित होता है।
इसके अलावा, घटक कणों की पूरी तरह से व्यवस्थित व्यवस्था से किसी भी विचलन को दोष या अपूर्णता के रूप में संदर्भित किया जाता है।
जब आयनों के लिए धनायनों का अनुपात स्थिर रहता है, तो स्टोइकोमेट्रिक दोष उत्पन्न होते हैं। Schottky और Frenkel दो प्रकार के दोष हैं।
गैर-स्टोइकियोमेट्रिक दोष तब होता है जब दोष के परिणामस्वरूप कटियन-आयन अनुपात बदल जाता है। यह दोष दो प्रकार का होता है धातु की अधिकता और धातु की कमी।
डोपिंग भी उनके गुणों को बदलने के लिए क्रिस्टलीय ठोस पदार्थों में अशुद्धियों का जोड़ है।
विषय और उप-विषय
कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न
प्रश्न 1: 'क्रिस्टलीय ठोस' क्या हैं?
उत्तर: क्रिस्टलीय ठोस वे ठोस होते हैं जिनके अवयव उच्च क्रम वाली सूक्ष्मदर्शीय संरचना में व्यवस्थित होते हैं और एक क्रिस्टल जाली का निर्माण करते हैं।
प्रश्न 2: एक 'यूनिट सेल' क्या है?
उत्तर: एक यूनिट सेल क्रिस्टल जाली का सबसे छोटा हिस्सा है जो पूरे क्रिस्टल के त्रि-आयामी पैटर्न को दर्शाता है।
प्रश्न 3: 'पैकिंग दक्षता' क्या है?
उत्तर: पैकिंग दक्षता वास्तव में परमाणुओं द्वारा व्याप्त क्रिस्टल/यूनिट सेल का अंश है।
अभ्यास प्रश्न
प्रश्न: शब्द समन्वय संख्या की व्याख्या करें।
प्रश्न: क्यूबिक निविड संकुलन और षट्कोणीय निविड संकुलन में अंतर स्पष्ट कीजिए।
प्रश्न: समझाइए कि आयनिक ठोस भंगुर और कठोर क्यों होते हैं।
प्रश्न: अर्धचालकऔर चालक के बीच अंतर।
प्रश्न: अनुचुम्बकत्व को उपयुक्त उदाहरण सहित समझाइए।