बिहार बोर्ड कक्षा 12वी - हिंदी - खंड अध्याय 11: प्यारे नन्हे बेटे को की NCERT की किताब
बिहार बोर्ड कक्षा 12 की हिंदी कविता खंड का चैप्टर 11 "प्यारे नन्हे बेटे को" प्रसिद्ध कवि सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' द्वारा रचित है। इस कविता में कवि निराला ने मातृभावना और प्यार की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया है।
मुख्य विषय:
- प्यार की महत्वपूर्ण भूमिका: कवि निराला के इस काव्य में मातृभावना और प्यार की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने एक माँ के दिल की गहराइयों में उसके प्यारे नन्हे बेटे के प्रति अपनी असीम प्रेम की छवि को बयां किया है।
- माँ-बेटे के संबंध: कवि निराला ने माँ-बेटे के संबंधों को बड़ी सुंदरता से व्यक्त किया है। उन्होंने मातृभावना के आदर्श को प्रमोट किया है और बेटे के प्रति उनकी गहरी लगन को प्रस्तुत किया है।
- प्राकृतिक सौंदर्य: कवि निराला ने प्राकृतिक सौंदर्य का भी चित्रण किया है, जिसमें पेड़ों, पुष्पों, और नदियों का सौंदर्य बयां किया गया है।
- मानवता का संदेश: इस कविता में मानवता के संदेश को भी स्पष्ट रूप से प्रस्तुत किया गया है। निराला के अनुसार, मानवता के लिए प्यार और समर्पण हमें बेहतर व्यक्ति बनाता है।
- एक अद्वितीय भावना: कवि निराला के इस काव्य में एक अद्वितीय और सुंदर भावना का वर्णन किया गया है, जिसमें माँ के प्यार और बेटे के प्रति प्रेम की मिलनसर छवि को प्रस्तुत किया गया है।
- काव्य की भाषा: कवि निराला ने इस काव्य में उच्च और मध्यम श्रेणी की भाषा का प्रयोग किया है, जिससे पाठकों को आसानी से समझने में मदद मिलती है।
- समाज के प्रति संवेदनशीलता: इस काव्य में समाज के प्रति कवि की संवेदनशीलता और उनका सामाजिक संवाद भी प्रकट होता है।
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इस अद्वितीय कविता को पढ़कर, छात्रों को माँ-बेटे के आदर्शी संबंधों के महत्व का सच्चा अर्थ समझने में मदद मिलती है, और वे इस अनमोल रिश्ते की महत्वपूर्ण भूमिका को समझ सकते हैं।