बिहार बोर्ड कक्षा 12वी - हिंदी - खंड अध्याय 12: हार-जीत की NCERT की किताब
बिहार बोर्ड कक्षा 12 की हिंदी कविता खंड का चैप्टर 12 "हार-जीत" जीवन के संघर्ष और सफलता के महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करता है। इस कविता में कवि जयशंकर प्रसाद ने व्यक्ति के जीवन में विजय के लिए कठिनाइयों का सामना करने के महत्व को उजागर किया है।
मुख्य विषय:
- जीवन के संघर्ष: कवि जयशंकर प्रसाद ने इस कविता में जीवन के संघर्ष को व्यक्त किया है। उन्होंने यह बताया है कि सफलता पाने के लिए मनुष्य को जीवन के हर मोड़ पर मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
- समृद्धि की ओर: कवि ने यह भी दर्शाया है कि हार और जीत, दोनों ही जीवन के महत्वपूर्ण हिस्से हैं। हार की स्थिति से उठकर व्यक्ति समृद्धि की ओर बढ़ सकता है।
- मनोबल: कवि ने मनोबल के महत्व को भी उजागर किया है। सफलता पाने के लिए व्यक्ति के मनोबल की आवश्यकता होती है और उसे हार से हार नहीं मानना चाहिए।
- विश्वास: कवि जयशंकर प्रसाद ने विश्वास की महत्वपूर्ण भूमिका को भी बयां किया है। व्यक्ति को अपने क्षमताओं में और अपने लक्ष्य में विश्वास होना चाहिए।
- आत्म-समर्पण: कवि ने यह भी बताया है कि सफलता पाने के लिए व्यक्ति को आत्म-समर्पण और कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
- नीति और शिक्षा: इस कविता में शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका है, और कवि ने यह बताया है कि शिक्षा व्यक्ति को समृद्धि की ओर बढ़ने में मदद कर सकती है।
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इस कविता के माध्यम से, छात्र जीवन के संघर्षों और मनोबल के महत्व को समझ सकते हैं, और वे अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए मनोबल और आत्म-समर्पण में विश्वास रख सकते हैं।