बिहार बोर्ड कक्षा 12वी - हिंदी - खंड अध्याय 6: तुमुल कोलाहल कलह मे की NCERT की किताब
बिहार बोर्ड कक्षा 12 की हिंदी कविता खंड का चैप्टर 6 "तुमुल कोलाहल कलह में" छात्रों को हिंदी साहित्य के एक महत्वपूर्ण और प्रमुख कवि रामधारी सिंह 'दिनकर' की कविताओं के प्रति परिचित कराता है। इस चैप्टर में, छात्रों को 'दिनकर' की जीवनी, कविताओं के मुख्य विषय, और उनके काव्यशैली के बारे में जानकारी मिलती है।
मुख्य विषय:
- रामधारी सिंह 'दिनकर' का जीवन: इस चैप्टर में, छात्रों को 'दिनकर' के जीवन का विस्तार से वर्णन किया गया है, जिन्होंने हिंदी साहित्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी शैली, सोच, और काव्यरचना के बारे में जानकारी दी गई है।
- कविताओं का विशेष अध्ययन: छात्रों को 'दिनकर' की कविताओं का विशेष अध्ययन किया जाता है, जैसे कि "उधार की बातें," "जब स्वप्न में देखा होगा," "दीप से दीप जला," और "जय-जय शंकर, हर हर शंकर"। छात्रों को ये कविताएँ कविता के मुख्य विषय और भावनाओं के साथ पढ़ने का अवसर मिलता है।
- 'दिनकर' के काव्यरचना: छात्रों को 'दिनकर' के काव्यरचना के महत्वपूर्ण पहलू का अध्ययन करने का मौका मिलता है। उनकी भाषा, अलंकार, छंद, और रस की विशेषताएँ विस्तार से वर्णित की जाती हैं।
महत्व:
"तुमुल कोलाहल कलह में" चैप्टर छात्रों को हिंदी साहित्य के महत्वपूर्ण कवि 'दिनकर' की कविताओं के प्रति रुचि और समझ बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है। छात्र इस चैप्टर के माध्यम से 'दिनकर' के साहित्यिक योगदान को समझ सकते हैं और उनके कविताओं का आनंद ले सकते हैं।
समापन:
इस तरह, "तुमुल कोलाहल कलह में" चैप्टर छात्रों को हिंदी साहित्य के महत्वपूर्ण कवि 'दिनकर' की कविताओं का अध्ययन करने का मौका देता है और उनके साहित्यिक योगदान को समझने में मदद करता है।