UP बोर्ड रसायन विज्ञान - अध्याय 11: एल्कोहल, फिनॉल एवं ईथर के Handwritten नोट्स
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UP बोर्ड कक्षा 12 वी रसायन विज्ञान - अध्याय 11: एल्कोहल, फिनॉल एवं ईथर के Handwritten नोट्स

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  1. एल्कोहल (Alcohols): एल्कोहल वे रासायनिक यौगिक होते हैं जिनमें एक या एक से अधिक हाइड्रोक्सिल समूह (-OH) जुड़े होते हैं, जो किसी कार्बन परमाणु से जुड़ा होता है। इनका सामान्य सूत्र CₙH₂ₙ₊₁OH होता है।

    • उदाहरण: मेथानॉल (CH₃OH), एथेनॉल (C₂H₅OH)।
  2. फिनॉल (Phenols): फिनॉल बेंजीन रिंग से जुड़ा हुआ एक हाइड्रोक्सिल समूह (-OH) होता है। ये यौगिक आमतौर पर बेंजीन रिंग में स्थित होते हैं और इनकी रासायनिक प्रतिक्रियाएँ अन्य हाइड्रोकार्बन से भिन्न होती हैं।

    • उदाहरण: फिनॉल (C₆H₅OH), सलिसिलिक एसिड (C₇H₆O₃)।
  3. ईथर (Ethers): ईथर वे यौगिक होते हैं जिनमें दो अल्काइल समूह एक ऑक्सीजन परमाणु के माध्यम से जुड़ते हैं। इनका सामान्य सूत्र CₙH₂ₙ₊₁–O–CₙH₂ₙ₊₁ होता है।

    • उदाहरण: डाइमेथिल ईथर (CH₃OCH₃), एथिल मीथिल ईथर (C₂H₅OCH₃)।
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मुख्य बिंदु (Key Points):

  1. एल्कोहल (Alcohols):

    • एल्कोहल में हाइड्रोक्सिल (-OH) समूह होता है जो एक कार्बन परमाणु से जुड़ा होता है।
    • इनकी रासायनिक विशेषताएँ मुख्यतः हाइड्रोक्सिल समूह पर निर्भर करती हैं, जिससे ये विभिन्न प्रतिक्रियाओं में भाग लेते हैं, जैसे कि ऑक्सीकरण, एस्टराइजेशन आदि।
    • उदाहरण: एथेनॉल का उपयोग अल्कोहल पेय पदार्थों, रासायनिक उद्योग, और एंटीसेप्टिक के रूप में किया जाता है।
  2. फिनॉल (Phenols):

    • फिनॉल्स में बेंजीन रिंग से जुड़ा हाइड्रोक्सिल समूह होता है।
    • ये यौगिक सामान्यत: एंटीसेप्टिक गुणों वाले होते हैं और इनका उपयोग दवाइयों, एंटीसेप्टिक क्लीनिंग एजेंट्स और रंगाई में किया जाता है।
    • उदाहरण: फिनॉल का उपयोग डिसइंफेक्टेंट और एंटीसेप्टिक के रूप में होता है।
  3. ईथर (Ethers):

    • ईथर यौगिकों में दो अल्काइल समूह एक ऑक्सीजन परमाणु से जुड़े होते हैं। यह यौगिक हल्के और गैर-प्रतिक्रिया होते हैं।
    • ईथर मुख्य रूप से सॉल्वेंट के रूप में इस्तेमाल होते हैं क्योंकि इनमें उच्च उबाल बिंदु और अच्छे घुलनशीलता गुण होते हैं।
    • उदाहरण: डाइमेथिल ईथर का उपयोग रसायनिक सॉल्वेंट के रूप में और एथिल मीथिल ईथर का उपयोग ऐनेस्थेटिक के रूप में होता है।
  4. रासायनिक गुण:

    • एल्कोहल: एल्कोहल को ऑक्सीकरण द्वारा कीटोन या ऐल्डिहाइड में बदला जा सकता है। यह एसिड और बेस के साथ भी प्रतिक्रिया करता है।
    • फिनॉल: फिनॉल की तुलना में, एल्कोहल अधिक प्रतिक्रियाशील होते हैं। फिनॉल एक मजबूत एसिड होता है और धातुओं के साथ प्रतिक्रिया करता है।
    • ईथर: ईथर रासायनिक दृष्टि से अपेक्षाकृत स्थिर होते हैं और अधिकांश प्रतिक्रियाओं में कम प्रतिक्रियाशील होते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion):

एल्कोहल, फिनॉल और ईथर रासायनिक यौगिक हैं जिनकी संरचना में हाइड्रोक्सिल या ऑक्सीजन समूह प्रमुख होते हैं। इनकी रासायनिक विशेषताएँ और प्रतिक्रियाएँ उनके संरचनात्मक गुणों पर निर्भर करती हैं। इन यौगिकों का व्यापक उपयोग उद्योग, चिकित्सा, और दैनिक जीवन में होता है। इनका अध्ययन रासायनिक प्रतिक्रियाओं और अनुप्रयोगों को समझने में महत्वपूर्ण है।

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