UP बोर्ड कक्षा 12 वी रसायन विज्ञान - अध्याय 8: d- एवं f- ब्लॉक के तत्व के Handwritten नोट्स
d- और f- ब्लॉक के तत्व आवर्त सारणी के उन तत्वों को कहा जाता है जिनके बाहरी कक्ष में इलेक्ट्रॉन d- या f- ऑर्बिटल में होते हैं। ये तत्व मुख्य रूप से संक्रमण धातुएं (transition metals) और अधिसंक्रमण धातुएं (inner transition metals) के रूप में पहचाने जाते हैं। d- ब्लॉक तत्वों में 3 से 12 समूह के तत्व शामिल होते हैं, जबकि f- ब्लॉक तत्वों में लैन्थेनाइड और एक्टिनाइड श्रृंखलाएं होती हैं।
Download this PDFमुख्य बिंदु (Key Points):
1. d- ब्लॉक के तत्व (Transition Elements):
स्थान: d- ब्लॉक तत्व आवर्त सारणी के 3 से 12 समूहों में स्थित होते हैं। इन तत्वों के बाहरी कक्ष में एक या एक से अधिक d-ऑर्बिटल में इलेक्ट्रॉन होते हैं।
गुण: ये तत्व उच्च उष्मा और विद्युत चालकता, धात्विक गुण, और उच्च घनत्व प्रदर्शित करते हैं। इनमें से अधिकांश तत्व कठोर होते हैं, और ये उच्च तापमान पर पिघलते हैं।
ऑक्सीकरण अवस्थाएँ: d- ब्लॉक तत्वों में विभिन्न ऑक्सीकरण अवस्थाएँ होती हैं, जैसे आयरन (Fe) में +2 और +3, मैंगनीज (Mn) में +2, +3, +4, +5, +6 और +7।
उदाहरण:
- लोहा (Fe): निर्माण, कंस्ट्रक्शन, और अन्य औद्योगिक अनुप्रयोगों में उपयोगी।
- तांबा (Cu): विद्युत चालकता के लिए प्रसिद्ध।
- चांदी (Ag): आभूषण और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में उपयोगी।
रासायनिक यौगिक: d- ब्लॉक के तत्व विभिन्न रासायनिक यौगिकों का निर्माण करते हैं, जैसे कि तांबे के सल्फेट (CuSO₄), लोहे का सल्फेट (FeSO₄), और पोटेशियम क्रोमेट (K₂Cr₂O₇)।
उत्प्रेरकता: d- ब्लॉक तत्वों में उत्प्रेरक गुण होते हैं। उदाहरण के लिए, प्लेटिनम (Pt) और पैलेडियम (Pd) का उपयोग उत्प्रेरक के रूप में किया जाता है, जो रासायनिक प्रतिक्रियाओं की गति को बढ़ाते हैं।
2. f- ब्लॉक के तत्व (Inner Transition Elements):
f- ब्लॉक के तत्व दो श्रेणियों में बाँटे जाते हैं:
- लैन्थेनाइड श्रृंखला (Lanthanide Series): यह 4f-ऑर्बिटल में इलेक्ट्रॉन रखने वाले तत्वों का समूह है और इनमें 14 तत्व होते हैं, जो 58 से 71 तक परमाणु संख्या रखते हैं (लैंथेनम से ल्यूथेटियम तक)।
- एक्टिनाइड श्रृंखला (Actinide Series): यह 5f-ऑर्बिटल में इलेक्ट्रॉन रखने वाले तत्वों का समूह है और इनमें 14 तत्व होते हैं, जो 90 से 103 तक परमाणु संख्या रखते हैं (थोरियम से लॉरेंसियम तक)।
गुण (Properties):
- लैन्थेनाइड और एक्टिनाइड गुण: ये तत्व अधिकतर रेडियोधर्मी होते हैं (विशेष रूप से एक्टिनाइड श्रृंखला) और अत्यधिक रासायनिक प्रतिक्रियाशील होते हैं। ये उच्च तापमान पर पिघलते हैं और मजबूत मैग्नेटिक गुण प्रदर्शित कर सकते हैं (जैसे नियोबियम और समेरियम)।
- हाइड्राइड्स और ऑक्साइड्स: f- ब्लॉक के तत्वों के यौगिकों में हाइड्राइड्स और ऑक्साइड्स शामिल होते हैं, जो उच्च तापमान पर प्रतिक्रियाशील होते हैं। उदाहरण के लिए, यूरेनियम (U) का ऑक्साइड (UO₂) परमाणु ऊर्जा उत्पादन में प्रयोग होता है।
3. d- और f- ब्लॉक तत्वों के विशेष गुण:
- उच्च घनत्व और मजबूत धात्विक गुण: d- और f- ब्लॉक तत्वों का घनत्व सामान्यत: उच्च होता है। ये कठोर होते हैं और इनकी विद्युत और थर्मल चालकता भी उच्च होती है।
- रंगीन यौगिक: ये तत्व अपने विभिन्न ऑक्सीकरण अवस्थाओं में रंगीन यौगिक बनाते हैं। उदाहरण के लिए, क्रोमियम (Cr) और मैंगनीज (Mn) के यौगिक रंगीन होते हैं।
- उत्प्रेरक गुण: कई d- और f- ब्लॉक तत्व उत्प्रेरक के रूप में कार्य करते हैं, जैसे कि प्लेटिनम और पैलेडियम, जो पेट्रोलियम उद्योग में महत्वपूर्ण होते हैं।
4. d- और f- ब्लॉक के तत्वों का उपयोग:
- औद्योगिक उपयोग:
- तांबा (Cu): बिजली के तार, बर्तन, और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में उपयोगी।
- सोनार और चांदी (Ag): आभूषण, और उच्च-प्रदर्शन वाले उपकरणों में उपयोग।
- लोहा (Fe): निर्माण और ऑटोमोबाइल उद्योग में मुख्य धातु।
- न्यूक्लियर और परमाणु ऊर्जा:
- यूरेनियम (U): परमाणु ऊर्जा उत्पादन में प्रयोग होता है। यह एक रेडियोधर्मी तत्व है और इसका उपयोग ऊर्जा उत्पादन के लिए किया जाता है।
- थोरियम (Th): परमाणु रिएक्टरों में ईंधन के रूप में उपयोग किया जाता है।
निष्कर्ष (Conclusion):
d- और f- ब्लॉक के तत्व रासायनिक उद्योग, परमाणु विज्ञान, इलेक्ट्रॉनिक्स और औद्योगिक प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन तत्वों के विभिन्न गुण जैसे उच्च चालकता, रासायनिक प्रतिक्रियाशीलता, और उत्प्रेरकता, उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अत्यधिक उपयोगी बनाते हैं। इन तत्वों के विविध यौगिकों का उपयोग औद्योगिक और चिकित्सा क्षेत्र में भी किया जाता है।
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