UP बोर्ड गणित - अध्याय 2: प्रतिलोम त्रिकोणमितिक फलन के Handwritten नोट्स
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UP बोर्ड कक्षा 12 वी गणित - अध्याय 2: प्रतिलोम त्रिकोणमितिक फलन के Handwritten नोट्स

UPMSP > Handwritten Notes > गणित - अध्याय 2: प्रतिलोम त्रिकोणमितिक फलन Handwritten Notes

प्रतिलोम त्रिकोणमितिक फलन उन फलनों को कहा जाता है जो त्रिकोणमितिक फलनों के उलटे होते हैं। उदाहरण के रूप में, यदि किसी कोण का त्रिकोणमितिक फलन (जैसे साइन, कोसाइन या टैन्जेंट) ज्ञात है, तो प्रतिलोम त्रिकोणमितिक फलन का उपयोग उस कोण को निकालने के लिए किया जाता है। इसे आसान शब्दों में, किसी त्रिकोणमितिक फलन से संबंधित कोण की माप प्राप्त करने की प्रक्रिया कहा जा सकता है।

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प्रमुख प्रतिलोम त्रिकोणमितिक फलन:

  1. Arcsine (sin⁻¹): साइन फलन का प्रतिलोम होता है, जिसका उपयोग उस कोण को जानने के लिए किया जाता है, जिसका साइन दिया गया हो।

  2. Arccosine (cos⁻¹): कोसाइन फलन का प्रतिलोम होता है, जिससे उस कोण का मान ज्ञात किया जा सकता है, जिसका कोसाइन दिया गया हो।

  3. Arctangent (tan⁻¹): टैन्जेंट फलन का प्रतिलोम होता है, जो उस कोण को निकालने के लिए काम आता है, जिसका टैन्जेंट दिया गया हो।

  4. Arccotangent (cot⁻¹), Arcsecant (sec⁻¹), और Arccosecant (csc⁻¹): इन फलनों का उपयोग क्रमशः कोटैन्जेंट, सेकेंट और कोसेकेंट के उलटे रूप में कोण की माप निकालने के लिए किया जाता है।

प्रमुख गुण:

  1. सीमा: प्रतिलोम त्रिकोणमितिक फलनों की सीमा सीमित होती है। प्रत्येक फलन का एक निश्चित रेंज होता है, जो उस फलन के द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले कोण के दायरे को बताता है।

  2. समीकरण हल करना: जब किसी त्रिकोणमितिक फलन का मान ज्ञात हो, तो प्रतिलोम त्रिकोणमितिक फलन का उपयोग उस फलन से संबंधित कोण को निकालने में किया जाता है।

  3. दोनों दिशाओं में कार्य: इन फलनों का उपयोग त्रिकोणमिति के सामान्य कार्यों के लिए किया जाता है जैसे कोणों का विश्लेषण और समीकरणों का समाधान।

प्रतिलोम त्रिकोणमितिक फलनों का उपयोग:

  1. कोण की माप: किसी त्रिकोण के त्रिकोणमितिक फलन का मान ज्ञात होने पर, प्रतिलोम त्रिकोणमितिक फलन का उपयोग उस त्रिकोण का कोण निकालने के लिए किया जाता है।

  2. समीकरण हल करना: गणित में कुछ ऐसे समीकरण होते हैं जिनमें त्रिकोणमितिक फलनों के मान दिए जाते हैं, और इन समीकरणों को हल करने के लिए प्रतिलोम त्रिकोणमितिक फलनों का उपयोग किया जाता है।

  3. भौतिकी और इंजीनियरिंग में प्रयोग: प्रतिलोम त्रिकोणमितिक फलनों का उपयोग भौतिकी और इंजीनियरिंग के कई क्षेत्रों में होता है, जैसे गति, बल, दिशा आदि से संबंधित समस्याओं को हल करने के लिए।

निष्कर्ष:

प्रतिलोम त्रिकोणमितिक फलन गणित और त्रिकोणमिति में महत्वपूर्ण उपकरण होते हैं। इनका उपयोग विशेष रूप से त्रिकोणमितिक फलनों के द्वारा दिए गए मान से संबंधित कोण को जानने के लिए किया जाता है। इनका महत्व न केवल गणितीय समीकरणों को हल करने में है, बल्कि यह भौतिकी और इंजीनियरिंग जैसी कई वास्तविक जीवन की समस्याओं में भी मददगार होते हैं।

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