UP Board - कक्षा 12वी - भौतिक विज्ञान - अध्याय 12: परमाणु Handwritten Notes
परमाणु किसी भी रासायनिक तत्व का मौलिक कण होता है, जो अपनी सभी रासायनिक गुणों को प्रदर्शित करता है। यह सकारात्मक रूप से आवेशित नाभिक और इसके चारों ओर घूमने वाले नकारात्मक रूप से आवेशित इलेक्ट्रॉनों से बना होता है। परमाणु का आकार बहुत छोटा होता है और इसमें अधिकांश स्थान निर्वात (empty space) होता है।
प्रमुख बिंदु (Key Points):
परमाणु संरचना:
- नाभिक (Nucleus): परमाणु का केन्द्रक भाग होता है, जो सकारात्मक आवेशित प्रोटॉन और बिना आवेशित न्यूट्रॉन से बना होता है। नाभिक में अधिकांश द्रव्यमान केन्द्रित होता है।
- इलेक्ट्रॉन (Electron): इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर घूमने वाले नकारात्मक आवेशित कण होते हैं। ये इलेक्ट्रॉन अपनी ऊर्जा स्तरों (energy levels) पर स्थित होते हैं और इनका वितरण शेल्स या ऑर्बिटल्स में होता है।
परमाणु संख्या (Atomic Number): परमाणु संख्या किसी तत्व के परमाणु में प्रोटॉनों की संख्या को दर्शाती है और यह तत्व की पहचान करने में मदद करती है। उदाहरण के लिए, हाइड्रोजन का परमाणु संख्या 1 है, जो दर्शाता है कि हाइड्रोजन के परमाणु में एक प्रोटॉन होता है।
द्रव्यमान संख्या (Mass Number): द्रव्यमान संख्या, प्रोटॉनों और न्यूट्रॉनों की कुल संख्या को दर्शाती है। यह परमाणु के नाभिक के द्रव्यमान का माप है।
ऑर्बिटल्स और ऊर्जा स्तर: इलेक्ट्रॉन निश्चित ऊर्जा स्तरों या शेल्स में घूमते हैं। इन ऊर्जा स्तरों को के.एल.एम.एन (K, L, M, N) शेल्स द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। प्रत्येक शेल की एक निश्चित ऊर्जा होती है और इससे दूर जाते हुए इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा बढ़ती है।
आयनोण (Ion): जब परमाणु अपने इलेक्ट्रॉनों को खोता है या प्राप्त करता है, तो वह आयन (Ion) बनता है। यदि परमाणु इलेक्ट्रॉन खोता है, तो वह सकारात्मक आयन (Cation) बनता है, और यदि वह इलेक्ट्रॉन प्राप्त करता है, तो वह नकारात्मक आयन (Anion) बनता है।
परमाणु मॉडल:
- थॉमसन का 'पुदिंग मॉडल': इस मॉडल में परमाणु को एक सकारात्मक चार्ज वाले गोले के रूप में देखा गया था, जिसमें नकारात्मक रूप से आवेशित इलेक्ट्रॉन निहित होते थे।
- रutherford का मॉडल: इस मॉडल में परमाणु का केंद्रक (नाभिक) दिखाया गया था, जहां अधिकांश द्रव्यमान और सकारात्मक आवेश केन्द्रित होते हैं।
- बोर का मॉडल: नील्स बोर ने इलेक्ट्रॉनों को ऊर्जा स्तरों पर परिभाषित किया, जिससे परमाणु के संरचनात्मक गुणों को समझने में मदद मिली।
परमाणु का विसंकरण (Atomic Spectrum): जब परमाणु ऊर्जा प्राप्त करता है, तो इलेक्ट्रॉन उच्च ऊर्जा स्तरों पर कूदते हैं और जब वे अपनी मूल ऊर्जा स्थिति पर लौटते हैं, तो ऊर्जा उत्सर्जित होती है, जो विशिष्ट रंगों के प्रकाश के रूप में देखी जाती है। यह परमाणु का विशिष्ट स्पेक्ट्रम बनाता है।
निष्कर्ष (Conclusion):
परमाणु, रासायनिक तत्वों के बुनियादी कण होते हैं, जो हमारे पदार्थों के गुणों को नियंत्रित करते हैं। परमाणु की संरचना, उसके नाभिक, इलेक्ट्रॉन और ऊर्जा स्तरों की समझ से विज्ञान के कई महत्वपूर्ण पहलुओं जैसे रासायनिक प्रतिक्रियाएँ, भौतिक गुण, और ऊर्जा उत्पादन के सिद्धांतों को स्पष्ट किया जा सकता है। परमाणु के अध्ययन से ही नैनो टेक्नोलॉजी, न्यूक्लियर फिजिक्स, और रसायन विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण खोजें संभव हो पाई हैं।
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