UP Board भौतिक विज्ञान - अध्याय 15: संचार प्रणाली Handwritten Notes
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UP Board - कक्षा 12वी - भौतिक विज्ञान - अध्याय 15: संचार प्रणाली Handwritten Notes

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संचार प्रणाली वह प्रक्रिया है जिसमें जानकारी (data) या संदेश (message) को एक स्थान से दूसरे स्थान तक भेजने के लिए विभिन्न उपकरणों और तकनीकों का उपयोग किया जाता है। इसमें ट्रांसमीटर, चैनल और रिसीवर शामिल होते हैं। यह प्रणाली صوت, चित्र, वीडियो, डेटा आदि को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने के लिए काम करती है।

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प्रमुख बिंदु (Key Points):

  1. संचार के घटक (Components of Communication System):

    • संदेश (Message): वह जानकारी जो भेजी जाती है। यह शब्दों, ध्वनियों, चित्रों या अन्य किसी रूप में हो सकती है।
    • ट्रांसमीटर (Transmitter): यह वह उपकरण होता है जो संदेश को भेजने के लिए एक संकेत (signal) में बदलता है। यह संकेत आमतौर पर विद्युत (electrical) या रेडियो तरंगों के रूप में होता है।
    • चैनल (Channel): यह माध्यम है जिसके द्वारा संकेत भेजा जाता है। चैनल तारों (wires), फाइबर ऑप्टिक केबल्स, रेडियो तरंगों आदि के रूप में हो सकता है।
    • रिसीवर (Receiver): यह वह उपकरण है जो चैनल से प्राप्त संकेत को पुनः संदेश में परिवर्तित करता है, ताकि प्राप्तकर्ता उसे समझ सके।
    • रिसीवर (Receiver): यह उपकरण प्राप्त संकेत को वापस संदेश में बदलता है ताकि प्राप्तकर्ता उसे समझ सके।
  2. संचार के प्रकार (Types of Communication):

    • एकतरफा संचार (Unidirectional Communication): इसमें संदेश केवल एक दिशा में यात्रा करता है, जैसे रेडियो प्रसारण।
    • दो-तरफा संचार (Bidirectional Communication): इसमें दोनों दिशा में संदेश भेजे और प्राप्त किए जाते हैं, जैसे टेलीफोन या इंटरनेट संचार।
  3. संचार प्रणाली के प्रकार (Types of Communication Systems):

    • एनालॉग संचार (Analog Communication): इसमें संदेश को निरंतर (continuous) संकेत के रूप में भेजा जाता है, जैसे AM/FM रेडियो।
    • डिजिटल संचार (Digital Communication): इसमें संदेश को बाइनरी (binary) कोड में बदलकर भेजा जाता है, जैसे कंप्यूटर नेटवर्क या मोबाइल फोन।
  4. संचार के माध्यम (Transmission Media):

    • वायर्ड माध्यम (Wired Medium): इसमें संकेत तारों के द्वारा भेजे जाते हैं, जैसे टेलीफोन लाइन या इंटरनेट केबल।
    • वायरलेस माध्यम (Wireless Medium): इसमें संकेत हवा के माध्यम से भेजे जाते हैं, जैसे रेडियो तरंगों, माइक्रोवेव्स और सैटेलाइट संचार।
  5. संचार तकनीक (Communication Techniques):

    • मॉड्यूलेशन (Modulation): यह वह प्रक्रिया है जिसमें संदेश संकेत को उच्च आवृत्ति वाले संकेत में बदलने के लिए मॉड्यूलेट किया जाता है, ताकि उसे चैनल के माध्यम से भेजा जा सके।
    • डिमॉड्यूलेशन (Demodulation): यह वह प्रक्रिया है जिसमें प्राप्त संकेत से मूल संदेश को पुनः प्राप्त किया जाता है।
  6. संचार प्रणाली में शोर (Noise in Communication System): शोर वह अवांछनीय संकेत होते हैं जो संदेश में हस्तक्षेप करते हैं। शोर को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग किया जाता है, जैसे एरर कोडिंग, फिल्टरिंग और मॉड्यूलेशन।

निष्कर्ष (Conclusion):

संचार प्रणाली ने मानव जीवन को पूरी तरह से बदल दिया है और आजकल यह कई रूपों में मौजूद है जैसे मोबाइल संचार, इंटरनेट, टेलीविजन, रेडियो आदि। इन प्रणालियों के माध्यम से हम त्वरित और सटीक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह प्रणाली आज के डिजिटल युग का आधार बन चुकी है, और इसका विकास भविष्य में और भी महत्वपूर्ण होगा।

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