जीव विज्ञान - अध्याय 8: मानव स्वास्थ्य तथा रोग के Handwritten नोट्स
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बिहार बोर्ड कक्षा 12 वी जीव विज्ञान - अध्याय 8: मानव स्वास्थ्य तथा रोग के Handwritten नोट्स

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परिचय: "मानव स्वास्थ्य तथा रोग" जीव विज्ञान कक्षा 12 का आठवां अध्याय है, जो मानव स्वास्थ्य, रोगों के प्रकार, कारण, निवारण और प्रतिरोध के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करता है। इस अध्याय में हम मानव शरीर के विभिन्न प्रकार के रोगों को देखेंगे और उनके कारण और निवारण के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करेंगे। इसके अलावा, हम अच्छे स्वास्थ्य और रोगों से बचने के उपायों को समझेंगे जो हमें स्वस्थ और सकारात्मक जीवन जीने में मदद करते हैं।

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अध्याय की सामग्री: इस अध्याय में, हम मानव स्वास्थ्य और रोगों के विभिन्न पहलुओं को विस्तृत रूप से देखेंगे। हम समझेंगे कि आचार्यों का पालन कैसे स्वस्थ जीवनशैली के लिए महत्वपूर्ण है और कैसे सब्जीयों, फलों और प्रोटीन युक्त आहार स्वस्थ जीवन जीने में मदद करता है। हम विभिन्न प्रकार के रोगों को भी देखेंगे जैसे कि आवर्तनीय रोग, अनावर्तनीय रोग, संक्रामक रोग, जन्मांतरित रोग आदि। इसके अलावा, हम रोगों के कारण, निवारण और प्रतिरोध के बारे में भी जानकारी प्राप्त करेंगे।

परीक्षा के प्रतियोगिता स्तर से महत्व: "मानव स्वास्थ्य तथा रोग" अध्याय के पढ़ाई और समझ के माध्यम से छात्रों को परीक्षा में उच्च अंक प्राप्त करने में मदद मिलती है। परीक्षा में इस अध्याय से संबंधित प्रश्न पूछे जा सकते हैं और इसलिए छात्रों को इस अध्याय को ध्यान से पढ़ना चाहिए। इस अध्याय में समझाए गए विषयों को समझने के लिए छात्रों को उदाहरणों का उपयोग करने की आवश्यकता होगी, और इसलिए उन्हें इस अध्याय का अधिक प्रैक्टिस करने की आवश्यकता होगी।

सामग्री को समझाने के लिए विधियाँ: इस अध्याय को समझने के लिए छात्रों को विभिन्न शिक्षण विधियों का उपयोग करना चाहिए। वे उदाहरणों, चित्रों, और व्याख्यानों का उपयोग करके सामग्री को समझ सकते हैं और इसे अच्छे से याद कर सकते हैं। सामग्री को सरल भाषा में समझाने से छात्रों को सभी अंशों को समझने में मदद मिलेगी और उन्हें अध्याय को आसानी से याद करने में सहायता प्रदान की जाएगी।

सामान्य प्रश्न:

प्रश्न 1: स्वास्थ्य और रोग का अर्थ क्या है?

उत्तर:

स्वास्थ्य:

स्वास्थ्य शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से पूरी तरह से ठीक होना है। यह केवल बीमारी का न होना नहीं है, बल्कि व्यक्ति का हर क्षेत्र में संतुलन और खुशी महसूस करना स्वास्थ्य कहलाता है।

रोग:

रोग शरीर के सामान्य कामकाज में बाधा उत्पन्न करने वाली कोई भी स्थिति है। यह असामान्यता शारीरिक, मानसिक, या सामाजिक स्तर पर हो सकती है, जो स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालती है।

प्रश्न 2: मानव स्वास्थ्य तथा रोग क्या है?

उत्तर: जब शरीर के एक या अधिक अंगों या तंत्रों के कार्य में असामान्यता होती है और इसके परिणामस्वरूप विभिन्न चिह्न और लक्षण प्रकट होते हैं, तो इसे रोग कहा जाता है। इस अवस्था में व्यक्ति सामान्य रूप से कार्य नहीं कर पाता और उसे अस्वस्थ महसूस होता है। रोग का कारण संक्रमण, आंतरिक दोष, या बाहरी कारक हो सकते हैं, जो शरीर की कार्यप्रणाली को प्रभावित करते हैं।जब शरीर के एक या अधिक अंगों या तंत्रों के कार्य में असामान्यता होती है और इसके परिणामस्वरूप विभिन्न चिह्न और लक्षण प्रकट होते हैं, तो इसे रोग कहा जाता है। इस अवस्था में व्यक्ति सामान्य रूप से कार्य नहीं कर पाता और उसे अस्वस्थ महसूस होता है। रोग का कारण संक्रमण, आंतरिक दोष, या बाहरी कारक हो सकते हैं, जो शरीर की कार्यप्रणाली को प्रभावित करते हैं।

प्रश्न 3: स्वास्थ्य मानव के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?

उत्तर: स्वास्थ्य हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण आयाम है, क्योंकि यह शारीरिक, मानसिक और सामाजिक तंतु का संतुलन होता है। यह न केवल बीमारियों की अनुपस्थिति को दर्शाता है, बल्कि जीवन की गुणवत्ता को भी प्रभावित करता है। शारीरिक स्वास्थ्य शरीर की कार्यप्रणाली, मानसिक स्वास्थ्य मानसिक स्थिति, और सामाजिक स्वास्थ्य समाज में रिश्तों और गतिविधियों से जुड़ा होता है। इन तीनों पहलुओं का संतुलन जीवन को सुखमय और सफल बनाता है, क्योंकि एक स्वस्थ व्यक्ति बेहतर तरीके से जीवन की चुनौतियों का सामना कर सकता है और समग्र रूप से खुश रहता है। ​

प्रश्न 4: स्वास्थ्य के 7 प्रकार कौन से हैं?

उत्तर: समग्र स्वास्थ्य (Holistic Health) वह स्थिति है, जिसमें शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, आध्यात्मिक और सामाजिक स्वास्थ्य का संतुलन होता है। इसका मतलब है कि व्यक्ति का शरीर, मस्तिष्क, आत्मा और समाज में उसके संबंध सभी अच्छे होते हैं। जब इन पहलुओं में संतुलन होता है, तो व्यक्ति मानसिक शांति, शारीरिक तंदुरुस्ती और सामाजिक भलाई का अनुभव करता है, जिससे वह पूर्ण रूप से स्वस्थ रहता है। ​

प्रश्न 5: जीवन में स्वास्थ्य सबसे महत्वपूर्ण क्यों है?

उत्तर: स्वास्थ्य हमारे जीवन का महत्वपूर्ण आयाम है। यह शारीरिक, मानसिक और सामाजिक तंतु का संतुलन है, जो जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करता है। स्वास्थ्य केवल बीमार न होना नहीं, बल्कि यह जीवन को सुखमय और सफल बनाने वाले विभिन्न पहलुओं का सम्मिलित होता है।

प्रश्न 6: मानव स्वास्थ्य और रोग क्या है?

उत्तर: जब शरीर के अंगों या तंत्रों के कार्य में विकार आता है और इसके कारण चिह्न और लक्षण प्रकट होते हैं, तो हम कहते हैं कि व्यक्ति को रोग हो गया है। रोगों को दो प्रमुख समूहों में बाँटा जा सकता है:

  1. संक्रामक रोग: ये रोग बैक्टीरिया, वायरस या अन्य सूक्ष्मजीवों से फैलते हैं और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में जा सकते हैं। उदाहरण: फ्लू, मलेरिया, हैजा।
  2. असंक्रामक रोग: ये जीवनशैली, आनुवांशिकता या अन्य कारकों से होते हैं और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलते। उदाहरण: उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग। रोग शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव डालते हैं, जिससे जीवन की गुणवत्ता प्रभावित होती है।

 

प्रश्न 7: 7 प्रकार के रोग कौन से हैं?

उत्तर:

  • संक्रामक रोग: बैक्टीरिया, वायरस या परजीवियों से फैलते हैं। उदाहरण: फ्लू, मलेरिया।
  • असंक्रामक रोग: जीवनशैली या आनुवंशिक कारणों से होते हैं। उदाहरण: मधुमेह, हृदय रोग।
  • आनुवंशिक रोग: आनुवंशिक विकारों से होते हैं। उदाहरण: डाउन सिंड्रोम।
  • मानसिक रोग: मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएँ। उदाहरण: अवसाद, चिंता।
  • ऑटोइम्यून रोग: शरीर अपनी ही कोशिकाओं पर हमला करता है। उदाहरण: ल्यूपस।
  • पोषण से संबंधित रोग: पोषण की कमी या अधिकता से होते हैं। उदाहरण: रिकेट्स, मोटापा।
  • पारिस्थितिकीय रोग: पर्यावरणीय कारणों से होते हैं। उदाहरण: अस्थमा, जल जनित रोग।

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