बिहार बोर्ड कक्षा 9 वी विज्ञान - ऊत्तक की NCERT Book
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बिहार बोर्ड कक्षा 9 वी विज्ञान - अध्याय 6: ऊत्तक की NCERT Book

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"ऊतक" कक्षा 9 का एक महत्वपूर्ण अध्याय है, जो जीवों के शरीर में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के ऊतकों की संरचना और कार्यों को समझने पर केंद्रित है। इस अध्याय में हम जानेंगे कि ऊतक क्या होते हैं, किस प्रकार के ऊतक होते हैं, और उनके शरीर में क्या कार्य होते हैं। ऊतक शरीर के विभिन्न अंगों में एक साथ मिलकर काम करते हैं और शरीर की कार्यप्रणाली को सुचारू रूप से चलाने में मदद करते हैं।

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महत्वपूर्ण बिंदु:

  1. ऊतक (Tissue):

    • ऊतक उन कोशिकाओं का समूह होते हैं जो एक ही प्रकार की होती हैं और एक साथ मिलकर एक विशिष्ट कार्य करती हैं।
    • यह शरीर के विभिन्न अंगों और संरचनाओं को बनाने के लिए कोशिकाओं के समूह के रूप में काम करते हैं।
  2. ऊतक के प्रकार:

    • पौधों में ऊतक: पौधों में ऊतक को दो मुख्य वर्गों में बांटा जाता है:
      1. कायम ऊतक (Meristematic Tissue): ये ऊतक विभाजन (विभाजन) में सक्षम होते हैं और पौधों के वृद्धि में भाग लेते हैं। इन्हें आमतौर पर पौधों के विकासशील हिस्सों जैसे जड़, तना, और पत्तियों में पाया जाता है।
      2. स्थायी ऊतक (Permanent Tissue): यह ऊतक विभाजन के बाद स्थिर हो जाते हैं और विभिन्न कार्यों को अंजाम देते हैं। स्थायी ऊतक को तीन प्रकारों में विभाजित किया जाता है:
        • संज्ञायुक्त ऊतक (Simple Permanent Tissue): जैसे पारेंकिमा, कॉलेंकिमा, और स्क्लेरेंकिमा।
        • संवहन ऊतक (Complex Permanent Tissue): जैसे xylem (जल संवहन ऊतक) और phloem (खाद्य संवहन ऊतक)।
    • पशुओं में ऊतक: पशुओं में ऊतकों को चार मुख्य प्रकारों में विभाजित किया जाता है:
      1. एपिथीलियल ऊतक (Epithelial Tissue): यह ऊतक शरीर की सतह और आंतरिक अंगों को ढकने का कार्य करता है। यह ऊतक शरीर को सुरक्षा प्रदान करता है और विभिन्न पदार्थों का अवशोषण करता है।
      2. संवहन ऊतक (Connective Tissue): यह ऊतक शरीर के अंगों को जोड़ने, समर्थन प्रदान करने और शरीर के विभिन्न भागों में पदार्थों का परिवहन करने का कार्य करता है। जैसे रक्त, हड्डियाँ, उपास्थि, और वसा ऊतक।
      3. पेशीय ऊतक (Muscle Tissue): यह ऊतक शरीर के अंगों की गति में सहायता करता है। पेशीय ऊतक को तीन प्रकारों में बांटा जाता है: कंकाली पेशी, चिकनी पेशी, और हृदय पेशी।
      4. तंत्रिका ऊतक (Nervous Tissue): यह ऊतक तंत्रिका तंत्र का हिस्सा होता है और शरीर के विभिन्न अंगों में संदेशों का आदान-प्रदान करने का कार्य करता है। यह ऊतक तंत्रिका कोशिकाओं (न्यूरॉन्स) से बना होता है।
  3. ऊतक की कार्यप्रणाली:

    • विभिन्न प्रकार के ऊतक शरीर के विभिन्न कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उदाहरण के लिए, पेशीय ऊतक शरीर की गति में मदद करता है, जबकि संज्ञायुक्त ऊतक पौधों में जल और खनिजों का परिवहन करते हैं।
  4. ऊतक और अंगों का संबंध:

    • ऊतक मिलकर अंगों का निर्माण करते हैं, और अंग मिलकर जीव के शरीर के कार्यों को संपन्न करते हैं। उदाहरण के लिए, हृदय एक अंग है, जो विभिन्न ऊतकों से बना होता है, जैसे मांसपेशी ऊतक, तंत्रिका ऊतक, और संयोजी ऊतक।
  5. पौधों और पशुओं में ऊतक का अंतर:

    • पौधों के ऊतक सामान्यत: स्थिर होते हैं और कम परिवर्तनशील होते हैं, जबकि पशुओं में ऊतक अधिक विविध और गतिशील होते हैं, जो शरीर की गति और संचार में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।

निष्कर्ष:

"ऊतक" अध्याय से हमें यह समझने में मदद मिलती है कि ऊतक शरीर की बुनियादी संरचनात्मक और कार्यात्मक इकाइयाँ हैं। ऊतक मिलकर अंगों का निर्माण करते हैं, जो जीव के विभिन्न कार्यों को संपन्न करने के लिए जिम्मेदार होते हैं। पौधों और पशुओं के ऊतकों की संरचना और कार्यों को जानना जीवविज्ञान के अध्ययन में महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह जीवों के शरीर के विभिन्न अंगों की कार्यप्रणाली को समझने में मदद करता है।