बिहार बोर्ड कक्षा 9 वी विज्ञान - गति की NCERT Book
Launch Your Course Log in Sign up
Menu
Classes
Competitive Exam
Class Notes
Graduate Courses
Job Preparation
IIT-JEE/NEET
vidyakul X
Menu

बिहार बोर्ड कक्षा 9 वी विज्ञान - अध्याय 8: गति की NCERT Book

BSEB > Class 9 > NCERT Books > विज्ञान-अध्याय 8: गति की NCERT Book

"गति" कक्षा 9 का महत्वपूर्ण अध्याय है, जो वस्तु की गति और उस पर प्रभाव डालने वाली बलों को समझने में मदद करता है। यह अध्याय गति के विभिन्न पहलुओं को, जैसे वेग, त्वरण और गति के प्रकारों को विस्तार से समझाता है। गति का अध्ययन भौतिकी के बुनियादी पहलुओं में से एक है, जो न केवल हमारे रोज़मर्रा के जीवन में, बल्कि विज्ञान और इंजीनियरिंग में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

Download this PDF

महत्वपूर्ण बिंदु:

  1. गति (Motion):

    • गति किसी वस्तु का एक स्थान से दूसरे स्थान पर परिवर्तन को कहा जाता है। यह किसी भी वस्तु या प्रक्षेपण का परिणाम हो सकता है, जैसे एक कार का सड़क पर चलना, या कोई गेंद का फेंका जाना।
    • गति को विश्लेषित करने के लिए हम मुख्य रूप से दो बातों पर ध्यान देते हैं: वेग (Speed) और त्वरण (Acceleration)।
  2. वेग (Speed):

    • वेग किसी वस्तु के द्वारा तय की गई दूरी को समय के साथ संबंधित करने वाला माप है।
    • इसे दो प्रकारों में बांटा जा सकता है:
      • औसत वेग (Average Speed): यह किसी वस्तु द्वारा तय की गई कुल दूरी और समय के अनुपात के रूप में मापा जाता है। औसत वेग = कुल दूरी / कुल समय।
      • कणिका वेग (Instantaneous Speed): यह किसी विशेष समय पर वस्तु की गति को दर्शाता है।
  3. वेग और वेग दिशा (Velocity):

    • वेग की दिशा के साथ उसे वेग (Velocity) कहते हैं। यह एक वेक्टर राशि होती है, यानी इसमें केवल माप (आकार) नहीं बल्कि दिशा भी महत्वपूर्ण होती है।
    • उदाहरण: यदि एक कार 60 किमी/घंटा की रफ्तार से उत्तर दिशा में जा रही है, तो यह वेग है।
  4. त्वरण (Acceleration):

    • त्वरण वह दर है, जिस पर किसी वस्तु का वेग बदलता है। यदि किसी वस्तु का वेग समय के साथ बढ़ता या घटता है, तो इसे त्वरण कहते हैं।
    • त्वरण = (अंतिम वेग - प्रारंभिक वेग) / समय।
    • त्वरण की दिशा हमेशा वेग की दिशा के साथ होती है, चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक (विलंबन)।
  5. गति के प्रकार:

    • समान गति (Uniform Motion): जब किसी वस्तु का वेग हर समय एक जैसा रहता है, तो उसे समान गति कहते हैं। उदाहरण: एक कार जो एक समान वेग से एक सीधी सड़क पर चल रही है।
    • असमान गति (Non-uniform Motion): जब किसी वस्तु का वेग समय के साथ बदलता रहता है, तो उसे असमान गति कहते हैं। उदाहरण: एक कार जो ढलान वाली सड़क पर ऊपर और नीचे जाती है।
  6. गति का माप:

    • गति को मापने के लिए हम मापदंडों का इस्तेमाल करते हैं, जैसे मीटर (मीटर, दूरी) और सेकंड (समय)। गति की इकाई मीटर प्रति सेकंड (m/s) होती है।
  7. गति के साथ बल:

    • जब कोई बल किसी वस्तु पर कार्य करता है, तो वह वस्तु की गति में परिवर्तन करता है। बल से गति में परिवर्तन, त्वरण और गति की दिशा में परिवर्तन होता है।
    • न्यूटन के गति के नियम इसे विस्तार से बताते हैं:
      • पहला नियम (जड़ता का नियम): एक वस्तु अपनी स्थिति को तब तक बनाए रखेगी जब तक उस पर बाहरी बल न लगे।
      • दूसरा नियम (गति में परिवर्तन का नियम): बल = द्रव्यमान × त्वरण (F = ma)।
      • तीसरा नियम (सक्रिय और प्रतिक्रियात्मक बलों का नियम): हर क्रिया के बराबर और विपरीत प्रतिक्रिया होती है।
  8. गति के उदाहरण:

    • गाड़ी का चलना, ट्रेन का दौड़ना, गेंद का हवा में उछलना, और वस्तु का गिरना — ये सभी गति के उदाहरण हैं, जहां विभिन्न प्रकार के बल और वेग शामिल होते हैं।

निष्कर्ष:

"गति" अध्याय हमें यह समझने में मदद करता है कि वस्तुएं किस प्रकार से चलते या गतिमान होती हैं और उनके गति को कैसे मापा जा सकता है। यह अध्याय वेग, त्वरण, बल और गति के नियमों को समझने में महत्वपूर्ण है, जो हमारे दैनिक जीवन की गति और काइनेटिक गतिविधियों को समझने में सहायक होते हैं। गति के अध्ययन से हमें न केवल भौतिकी के बुनियादी सिद्धांतों को समझने में मदद मिलती है, बल्कि यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नई खोजों की दिशा में भी मार्गदर्शन करता है।